ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव का आयोजन

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ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव का आयोजन

दिल्ली।
महासभा के अंतर्गत ज्ञानशाला राष्ट्रीय प्रकोष्ठ अहमदाबाद के निर्देशन में ज्ञानशाला का उपक्रम दिल्ली में 12 स्थानों पर सुचारु रूप से संचालित है। दिल्ली ज्ञानशाला ने अपना 21वाँ वार्षिकोत्सव समारोह अणुव्रत भवन के प्रांगण में दो सत्रों में आयोजित किया। जिसमें शासनश्री साध्वी संघमित्रा जी, शासनश्री साध्वी ललितप्रभाजी, शासनश्री साध्वी शीलप्रभाजी तथा सहवर्तिनी साध्वीवृंद का सान्निध्य प्राप्त हुआ। शासनश्री साध्वी शीलप्रभा जी ने कहा कि अगर बच्चों की नींव गहरी बनती है तो भविष्य सुंदर होगा। बच्चे और युवक देश का भविष्य होते हैं। वे जागते हैं तो देश जागता है। वे क्रियाशील होते हैं तो देश में विशिष्ट विकास होता है। हम वर्तमान पर ध्यान दें और भविष्य को और अधिक उज्ज्वल बनाने का प्रयास करें।
साध्वीश्री जी ने आगे दिल्ली तेरापंथी सभा द्वारा संचालित ज्ञानशाला उपक्रम के संयोजक अशोक बैद और सभी प्रशिक्षक कार्यकर्ताओं के श्रम को उल्लेखित करते हुए सभी को अपनी पूर्ण क्षमता का उपयोग करने की प्रेरणा दी और बच्चों को एक कहानी के माध्यम से संस्कारों की महत्ता बताई। इस अवसर पर विशिष्ट गणमान्य अतिथियों, श्रावक समाज और ज्ञानशाला परिवार के साथ लगभग 510 व्यक्तियों की उपस्थिति रही। ज्ञानार्थी बच्चों ने प्रस्तुतियों के द्वारा उपस्थित परिषद् को भावविभोर कर दिया। सर्वप्रथम साध्वीवृंद ने नवकार के समुच्चारण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात तुलसी अष्टकम् के संगान के साथ ज्ञानार्थियों ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। बाल ज्ञानार्थियों द्वारा ज्ञानशाला गीत का संगान किया गया।
ज्ञानशाला संयोजक अशोक बैद ने आए हुए अतिथियों एवं परिषद् का स्वागत किया। साध्वीवृंद को ज्ञानशाला वार्षिक प्रतिवेदन की प्रति भेंट की। सभा अध्यक्ष सुखराज सेठिया, महामंत्री प्रमोद घोड़ावत, उपाध्यक्ष बाबूलाल दुगड़, पूर्वाध्यक्ष जोधराज बैद, डालमचंद बैद, समाज भूषण विशिष्ट श्रावक मांगीलाल सेठिया, दिल्ली एनसीआर यूपी के आंचलिक संयोजक विनोद भंसाली, सह-आंचलिक संयोजक महिमचंद बोथरा, अणुव्रत न्यास के प्रभारी शांति जैन, अणुविभा चीफ ट्रस्टी तेजकरण सुराणा, महिला मंडल अध्यक्षा मंजु जैन, मंत्री यशा बोथरा, पूर्वाध्यक्षा निर्मला कोठारी, तेयुप अध्यक्ष विकास सुराणा, दिल्ली ज्ञानशाला परामर्शक रतनलाल जैन, मनफूल बोथरा, सरिता चोपड़ा, क्षेत्रीय सभाओं के अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी सदस्य आदि पदाधिकारियों की विशेष उपस्थिति रही।
द्वितीय सत्रµसमापन सत्र के रूप में आयोजित हुआ। जिसमें सभी केंद्रों के दो श्रेष्ठ ज्ञानार्थियों, शत-प्रतिशत उपस्थिति वाले, ज्ञानशाला स्थान प्रदाताओं तथा सभी केंद्रों के व्यवस्थापकों, सह-व्यवस्थापकों, मुख्य-सहमुख्य प्रशिक्षिकाओं तथा सभी प्रशिक्षिकाओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा किए उनके निस्वार्थ सेवा और श्रम को मोमेंटो/सार्टिफिकेट प्रदान कर दिल्ली सभा द्वारा सम्मानित किया गया। इस सत्र का मंगलाचरण संयोजकीय टीम से अशोक बैद, बजरंग कुंडलिया, नवीन जैन, पारस तातेड़, हेमा चोरड़िया, दीपिका नाहटा, राजुल मनोत ने किया। प्रथम सत्र का संचालन शास्त्री नगर केंद्र के ज्ञानार्थी महक सेठिया व गीतिका जैन द्वारा किया गया तथा द्वितीय सत्र का संचालन सह-संयोजिकाओं द्वारा किया गया। कार्यक्रम में छापर गुरुदर्शन यात्रा के प्रायोजक कन्हैयालाल, हेमंत जैन पटावरी परिवार एवं स्वास्थवर्धन हेतु विशेष प्रायोजक रहे अरुण जैन को सभी ने मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया। ज्ञानशाला केंद्र गांधीनगर, सूर्यनगर, ओसवाल भवन, रोहिणी एवं संपूर्ण ज्ञानशाला परिवार के सहयोग से कार्यक्रम व्यवस्थित और सफल रहा।