मर्यादा महोत्सव के विविध आयोजन
विजयवाड़ा
तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में 159वें मर्यादा महोत्सव का आयोजन हुआ। मुनि दीप कुमार जी एवं प्रबुद्ध साध्वी डाॅ0 मंगलप्रज्ञा जी की सन्निधि में आयोजित प्रथम बार चार तीर्थ की उपस्थिति से संपूर्ण वातावरण सुरम्य बन गया। इस अवसर पर मुनि दीप कुमार जी ने कहा कि मर्यादा का महोत्सव मात्र तेरापंथ धर्मसंघ में मनाया जाता है जो अनुपम, अद्भुत और आकर्षण का केंद्र है। साध्वीश्री एवं मुनिश्री की परस्पर प्रमोद भावना ने उपस्थित सभा को भावविभोर कर दिया। साध्वी डाॅ0 मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि संघबद्ध साधना को महत्त्व दिया जाता है। तीर्थंकर भी संघ की वंदना करते हैं। आचार्य भिक्षु की तपस्या से उद्भुत यह तेरापंथ संघ प्राप्त करके हम गौरव महसूस करते हैं। एक गुरु आज्ञा, अनुशासन और मर्यादा संघ के प्रत्येक सदस्य के लिए जीवन प्राण है। यह विशेष दिन जयाचार्य ने प्रदान किया है। यह पर्व हर मन में शक्ति का संप्रेषण करता है। आचार्य भिक्षु और उनकी आचार्य परंपरा ने समस्याओं का समाधान दिया है।
गुंटूर महिला मंडल ने मंगलाचरण किया। तेरापंथ सभा, विजयवाड़ा के अध्यक्ष अशोक बागरेचा ने संपूर्ण सभा का स्वागत किया। तेयुप अध्यक्ष संदीप कोठारी, महिला मंडल अध्यक्षा लता बैद, अणुव्रत समिति अणुविभा केंद्रीय प्रभारी विमल बैद, तेरापंथ सभा, चेन्नई के अध्यक्ष उगमराज सांड, विहार सेवा प्रभारी गणपतराज डागा, चेन्नई तेरापंथ सभा के मंत्री अशोक खतंग सहित अनेक क्षेत्रों से सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए। तेरापंथ परिवार, विजयवाड़ा की सभी संस्थाओं की तरफ से प्रस्तुति एवं तेममं, तेयुप की भव्य मर्यादा संगीत प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। किशोर मंडल, कन्या मंडल एवं ज्ञानशाला द्वारा मर्यादा, अनुशासन और गुरु आज्ञा को दर्शाने वाली लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।
मुनि काव्य कुमार जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु दूरदर्शी थे। उनके द्वारा प्रदत्त संविधान हमारा परम आधार है। साध्वी सिद्धियशा जी ने कहा कि तेरापंथ के आचार्य कहते हैं मेरे प्रति समर्पित रहो, मैं जीवन भर के लिए निश्चिंत बना दूँगा। साध्वीवृंद ने सामूहिक गीत का संगान किया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी डाॅ0 राजुलप्रभा जी ने किया। आभार ज्ञापन तेरापंथ सभा के मंत्री मनोज पुगलिया ने किया।