मर्यादा महोत्सव के विविध आयोजन

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मर्यादा महोत्सव के विविध आयोजन

भीलवाड़ा
तेरापंथ भवन नागौरी गार्डन में शासनश्री मुनि हर्षलाल जी के सान्निध्य में 159परँ मर्यादा महोत्सव तेरापंथी सभा के तत्त्वावधान में आयोजित हुआ। नवकार महामंत्र उच्चारण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। शासनश्री मुनि हर्षलाल जी ने मर्यादा और अनुशासन पर कहा कि मर्यादा जीवन का प्राण है। आचार्य भिक्षु ने संघ विकास के लिए अनेक नियम और संविधान बनाए और चतुर्थ आचार्य जीतमल जी ने उनको महोत्सव का रूप प्रदान किया। मर्यादा के सुरक्षा कवच में पूरा संघ विकास कर रहा है। मर्यादा पर गीतिका का संगान किया एवं कविता प्रस्तुत की। मुनि यशवंत कुमार जी ने कहा कि मर्यादा जाग्रत एवं शक्ति संपन्न व्यक्ति के लिए होती है। जीवन को अच्छे साँचे में ढालने के लिए मर्यादा अनुशासन अपेक्षित है। संघ, समाज एवं व्यक्तित्व का विकास मर्यादा के आधार पर ही हो सकता है।
मुनि मोक्ष कुमार जी ने कहा कि व्यक्ति मर्यादा को स्वयं पर, अपने घर में, अपने बच्चों पर लागू करें तभी इसका महत्त्व है। मुनिश्री ने गीतिका का संगान किया। मुनि प्रतीक कुमार जी ने मंच संयोजन किया। संयम पर्याय में तेरापंथ धर्म के वरिष्ठ संत शासनश्री मुनि हर्षलाल जी के 78वें दीक्षा दिवस पर संत सुमदाय एवं श्रावक समाज ने मंगल शुभकामना व्यक्त की। मर्यादा और अनुशासन पर्व पर सभा अध्यक्ष जसराज चोरड़िया, महिला मंडल मंत्री रेणु चोरड़िया, तेयुप अध्यक्ष कमलेश सिरोहिया, टीपीएफ अध्यक्ष करण सिंह सिंघवी, अणुव्रत अध्यक्ष आनंद बाला टोडरवाल ने अपने विचार व्यक्त किए। मीडिया प्रभारी नीलम लोढ़ा ने बताया कि तेममं से संगीत प्रभारी विनीता भानावत एवं टीम ने सुमधुर गीतिका की प्रस्तुति दी। भिक्षु भजन मंडली से निर्मल सुतरिया, संजय भानावत और धर्मेंद्र छाजेड़ ने संघ भक्ति से ओतप्रोत गीतिका की प्रस्तुति दी। आभार ज्ञापन सभा मंत्री योगेश चंडालिया ने किया।