द पावर आॅफ रेसोल्यूशन’ शिल्पशाला
नोखा।
मर्यादा महोत्सव के त्रिदिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत दूसरे दिन शासन गौरव साध्वी राजीमती जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु द्वारा निर्मित मर्यादाएँ हमारे संघ का आधार हैं। मर्यादा में रहने से जीवन का विकास होता है। हमें भिक्षु विचार दर्शन को अवश्य पढ़ना चाहिए। साध्वी पुलकितयशा जी ने अपने विचार प्रस्तुत किए। अभातेममं के निर्देशन में तेममं द्वारा ‘द पावर आॅफ रेसोल्यूशन’ शिल्पशाला का आयोजन तेरापंथ भवन में शासन गौरव साध्वी राजीमती जी के सान्निध्य में किया गया।
सर्वप्रथम महिला मंडल की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया। मंत्री प्रीति ने बताया कि हर जीव में शक्ति होती है किंतु संकल्प शक्ति केवल मनुष्य में ही होती है। चार गति और 84 लाख में केवल मनुष्य गति ऐसी है, जिसमें संकल्प लेने की शक्ति होती है। क्योंकि वह चिंतन, मनन, तर्क करना जानता है। साध्वी प्रभातप्रभा जी ने बताया कि हमें अपने व्यस्त जीवन में लक्षित कार्यों के लिए समय जरूर निकालना चाहिए। हम छोटे-छोटे संकल्प करें। संकल्प व्यक्ति को अपने सामथ्र्य के हिसाब से ही करने चाहिए एवं प्रत्येक संकल्प को हमें पूरा करना चाहिए। संकल्प पूरा करने के लिए हमें मेहनत और समय नियोजन करना जरूरी होता है। कार्यक्रम में डाॅ0 प्रेमसुख मरोठी, इंद्रचंद बैद, अनुराग बैद, सुनील बैद, सुमन देवी मरोठी, सोनू बोथरा, धारा लुणावत आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यशाला के अंत में मंत्री प्रीति मरोठी द्वारा आए हुए सभी वक्ताओं एवं बहनों का आभार ज्ञापन किया गया। कार्यशाला का संयोजन मंत्री प्रीति मरोठी का रहा।