उत्कर्ष कैरियर काउंसिल कार्यशाला का आयोजन

संस्थाएं

उत्कर्ष कैरियर काउंसिल कार्यशाला का आयोजन

गांधीनगर
तेरापंथ भवन में साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में 159वाँ मर्यादा महोत्सव का आयोजन हुआ। डाॅ0 साध्वी गवेषणाश्री जी ने कहा कि बिखरते मूल्य मानकों के बीच जहाँ परिवार के मुखिया की, समाज, धर्म और राजनैतिक क्षेत्र में अगुआओं की कोई नहीं सुनता, उनके नेतृत्व को स्वीकृत नहीं करता, वहाँ तेरापंथ का ऐक्य और अनुशासन एक सीख के रूप में अपनी गौरवशाली परंपरा के साथ उपस्थित है। तेरापंथ का एक नेतृत्व, एक आचार्य परंपरा आज के विशृंखलित होते मूल्यों के बीच एक प्रकाश किरण है, मील का पत्थर है। साध्वीश्री जी ने मर्यादाओं को विस्तृत रूप में बताया।
साध्वी मयंकप्रभा जी ने कहा कि जीवन विकास का सबसे महत्त्वपूर्ण उपहार हैµमर्यादा। मर्यादा का उल्लंघन विध्वंस का सूचक है। साध्वी मेरुप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी दक्षप्रभा जी ने जीवन में मर्यादा की महत्ता को बताते हुए गीतिका प्रस्तुत की। साध्वीवृंदों ने लेख पत्र का वाचन किया। तत्पश्चात संघगान का संगान किया गया। मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद लहरसिंह सिरोया ने कहा कि गुरुदेव आचार्य तुलसी के चातुर्मास के बाद बैंगलोर शहर विशेष प्रगति की ओर बढ़ा। उन्होंने कहा कि राजनीति में भी मैं हमेशा जैन समाज के आदर्शों और मर्यादाओं का पालन करने का प्रयास करता हूँ।
कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से हुई। प्रज्ञा संगीत सुधा की टीम ने मंगलाचरण किया। सभा अध्यक्ष कमल सिंह दुगड़ ने सभी का स्वागत किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन सुरेश मुणोत ने किया। ज्ञानशाला के बच्चों और प्रशिक्षिकाओं ने नाटिका की प्रस्तुति दी। बैंगलोर की सभी महिला मंडल एवं मांड्य महिला मंडल ने गीत की प्रस्तुति दी। अणुव्रत समिति अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल, विजयनगर सभा अध्यक्ष प्रकाश गांधी, मांड्या सभा मंत्री विनोद भंसाली, ट्रस्ट अध्यक्ष प्रकाश बाबेल सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण, सदस्यों एवं श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन मंत्री गौतम मांडोत ने किया। आभार ज्ञापन कोषाध्यक्ष कन्हैयालाल सिंघी ने किया।