मासखमण एवं 9 की तपस्या का अभिनंदन

मासखमण एवं 9 की तपस्या का अभिनंदन

इचलकरंजी
साध्वी प्रज्ञाश्री जी के चातुर्मास पूर्व उनके मुखारविंद से संतोषी देवी महावीर आंचलिया ने मासखमण का और पूजा रौनक घाड़ावत ने 9 की तपस्या का पचखान किया। साध्वीश्री जी के सान्‍निध्य में सभा की ओर से तप अनुमोदन का कार्यक्रम रखा गया। साध्वीश्री जी ने नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। कन्या मंडल द्वारा मंगलाचरण किया। सभा अध्यक्ष महावीर ने अपने वक्‍तव्य में साध्वीश्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की और कहा कि उन्हीं की प्रेरणा से यह तपस्या सफल हो पाई।
महिला मंडल अध्यक्षा जयश्री जोगड़ ने तपस्वियों के सुखसाता पूछते हुए उनका अभिनंदन किया। तेयुप के मंत्री रोहित भंसाली ने संपूर्ण तेयुप की तरफ से मंगलकामना की। तपोनंदन के उत्सुक जयसिंहपुर अध्यक्ष विजयराज रुनवाल, तपस्वी बहन संतोषी की बहू पूजा, पौत्र अर्हम, पौत्री पलक ने तपस्वी बहन पूजा के ससुर विनोद घोड़ावत, तेयुप महिला मंडल, तपस्वी बहन पूजा इत्यादि ने अपनी भावना प्रकट की।
विकास सुराणा ने साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी का प्राप्त मासखमण का संदेश सुनाया। साध्वी विनयप्रभा जी एवं साध्वी प्रतीकप्रभा जी ने गीतिका द्वारा तपस्वी बहनों का अभिनंदन किया व सभी श्रावकों से चातुर्मास में अधिकाधिक तप करने का आह्वान किया।
साध्वी सरलप्रभा जी की प्रेरणा से दोनों ने तपस्या की। अग्रणी साध्वी प्रज्ञाश्री जी ने कहा कि गुरुदेव की कृपा से और उनकी ऊर्जा से यह संभव हो पाता है। साध्वीश्री जी ने दोनों को तपस्या का प्रत्याख्यान करवाया। तत्पश्‍चात दोनों तपस्वियों को अभिनंदन पत्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सभा निवर्तमान अध्यक्ष सीमा डागा ने किया।