मर्यादा महोत्सव के विविध आयोजन
राउरकेला
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य में 159वाँ मर्यादा महोत्सव का आयोजन हुआ। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि पूरी दुनिया में एकमात्र तेरापंथ धर्मसंघ है जो मर्यादाओं का महोत्सव मनाता है। यह अपने आपमें अनूठा आकर्षण एवं प्रेरणादायक महोत्सव है। अनुशासन ही तेरापंथ का मूलमंत्र है। जैन आगमों के अनुसार मुनिचर्या का पालन करते हुए तेरापंथ संघ के साधु-साध्वी ने और संपूर्ण संघ ने विकास के अनेक नए आयाम खोले हैं। इसका मूल आधार है एक गुरु का अनुशासन। मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि अनुशासन और मर्यादा का पालन ही मर्यादा का सबसे बड़ा सम्मान है। तेरापंथ धर्मसंघ में अनुशासन को सर्वोपरि महत्त्व दिया गया है।
तेरापंथ सभा ने जानकारी देते हुए बताया कि हाजरी वाचन के पश्चात दोनों ही संतों ने खड़े होकर लेखपत्र का उच्चारण किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन तेयुप अध्यक्ष हितेश बोथरा ने किया। जैन संस्कारक रूपचंद बोथरा, ललिता भंसाली, राजगांगपुर सभा अध्यक्ष हेमंत कोठारी, स्नेहलता चोरड़िया, रंजना भंसाली, ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी, उपासक पानमल नाहटा, कांटाबाजी सभा सहमंत्री गजानन जैन, राउरकेला महिला मंडल अध्यक्ष सरोज गोलछा ने विचारों की प्रस्तुति दी। तेयुप, तेममं ने गीत की प्रस्तुति दी। आभार ज्ञापन सभा मंत्री दिनेश गिड़िया ने किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि कुमुद कुमार जी ने किया। सम्मान कार्यक्रम का संचालन सिद्धार्थ कोचर ने किया। अतिथिगण का सम्मान सभा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में केसिंगा, सिंधिकेला, कांटाबांजी, बेलपाड़ा, रामपुर पटनागढ़, झारसुगुड़ा, राजगांगपुर, रांची, कटक, बैंगलोर इत्यादि क्षेत्रों से श्रावक समाज उपस्थित रहा। संघगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।