मंगलभावना समारोह का आयोजन
विजयवाड़ा।
साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी का मंगल भावना समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर साध्वीश्री जी ने कहा कि हमारी धर्मचेतना विशुद्ध रहे। धर्म मन शुद्धि और आत्म शुद्धि की दवा है। हमारा पहला कर्तव्य है व्यवहार बदलें। धर्म का आदि बिंदु है करुणा का विकास, संवेदनशीलता अपनी ओर से किसी को पीड़ित न करे, कटु व्यवहार न करें। साध्वीश्री जी ने कहा कि हर व्यक्ति के प्रति संवेदनशील व्यवहार करने का प्रयास हो। मंगलभावनाओं का अवतरण सभी के भीतर होता रहे। हम यही कामना करें-हर व्यक्ति का मंगल हो।
तेरापंथ महासभा सदस्य और तेलंगाना-आंध्र प्रदेश प्रभारी नरेंद्र नाहटा ने कहा कि विजयवाड़ा वासियों के लिए सौभाग्य की बात है जिन्हें मुनि दीप कुमार जी और साध्वी मंगलप्रज्ञा जी जैसा पावन प्रवास प्राप्त हुआ। नरपत सेठिया ने कहा कि इस प्रवास में हमने बहुत कुछ सीखा है। साध्वीश्री का प्रयास हमें याद रहेगा। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष अशोक बागरेचा ने अपने कृतज्ञ भाव व्यक्त किए। विधि कुंडलिया और दीपेश कुंडलिया ने अपने भाव व्यक्त किए। साध्वी राजुलप्रभा जी ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं, जिन्हें तेरापंथ शासन मिला। साध्वीवृंद ने यहाँ प्रवासित परिवारों के नामों का उल्लेख करते हुए भावगीत प्रस्तुत किया। तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष राजेंद्र कोचर ने मंच संचालन किया।