निर्माण-उम्मीद एक बेहतर कल की
नोखा।
अभातेममं के निर्देशन में तेममं, नोखा द्वारा वेद विद्यालय, सनसिटी कॉलोनी, नोखा में निर्माण के अंतर्गत ‘उम्मीद एक बेहतर कल की’ का दूसरा चरण आयोजित किया गया। नमस्कार महामंत्र से मंडल की बहनों द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की गई। अध्यक्ष मंजु बैद द्वारा बच्चों को महाप्राण ध्वनि का 9 बार प्रयोग करवाया एवं उनके द्वारा होने वाले फायदे बताए व रोज यह प्रयोग करने की प्रेरणा दी। मेडिटेशन भी करवाया गया। वेद अध्यापक भेरूलाल शर्मा ने कहा कि वैदिककालीन शिक्षा की अनुशासन व्यवस्था अत्यंत कठोर थी। वैदिक शिक्षा के व्यावहारिक उद्देश्य रहे हैं, जिनकी आज बहुत जरूरत है। इनमें चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व का विकास, कार्यक्षमता और नागरिक जिम्मेदारी का विकास और विरासत व संस्कृति का संरक्षण शामिल है।
वैदिक शिक्षा सुशासन के सिद्धांतों का भंडार है। इन सिद्धांतों को शिक्षा में जोड़कर कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को साकार किया जा सकता है। वातावरण को किस प्रकार से स्वच्छ रखना चाहिए। सुमन मरोठी ने बच्चों को समझाया। धारा लुणावत ने बच्चों को कहानी के माध्यम से बताया कि हमारी संगति अच्छी होनी चाहिए। संगति का असर बहुत होता है और बच्चों से प्रश्न पूछे। मंडल द्वारा बच्चों को ब्लेक बोर्ड, रजिस्टर और पैन का वितरण कर उनका उत्साह बढ़ाया। मंत्री प्रीति मरोठी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। अध्यापक मंडल को ऐसे कार्यक्रम करते रहने के लिए धन्यवाद दिया।