
शिल्पशाला ‘द पावर आॅफ साइलेंस का आयोजन
कोयंबटूर।
अभातेममं के तत्त्वावधान में स्थानीय तेममं ने शिल्पशाला ‘द पावर आॅफ साइलेंस’ पर कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें शुरुआत बबीता गुणेचा ने मंगलाचरण से की। रुचिका बैद द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया। अध्यक्षा मंजु देवी गिड़िया ने आगंतुकों का स्वागत किया। वंदना पारेख ने कहा कि मन का शांत होना, सहज होना मन का ठहराव और स्थिरता ही मौन है। मौन तब करना चाहिए जब आपको कोई सच्चाई का पता ना हो, जहाँ रिश्ता बचाना जरूरी हो और उसका अभ्यास ऐसे करें, सुबह बिस्तर छोड़ने से पहले सुविचार और फिर निर्विचार करें, प्रकृति की सैर करें वो भी अकेले, डिजिटल डीटाॅक्स करें। अंत में धन्यवाद ज्ञापन एवं कार्यशाला का संचालन उपाध्यक्षा रूपकला भंडारी ने किया।