ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव का आयोजन

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ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव का आयोजन

चेन्नई।
जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा के ज्ञानशाला प्रकोष्ठ के अंतर्गत तेरापंथी सभा, चेन्नई द्वारा संचालित 25 ज्ञानशाला शाखाओं का वर्ष-2022 का संयुक्त वार्षिकोत्सव ट्रिप्लीकेन ट्रस्ट भवन में आयोजित किया गया। प्रशिक्षिकाओं के मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
सभाध्यक्ष उगमराज सांड ने स्वागत वक्तव्य में सबको वार्षिकोत्सव की बधाई संप्रेषित करते हुए ज्ञानार्थियों एवं प्रशिक्षकों के लगन व श्रम की प्रशंसा की। उन्होंने कार्यक्रम के प्रायोजक तथा ज्ञानशाला सहयोगी परिवार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
आंचलिक संयोजक अनिता चोपड़ा ने ज्ञानार्थियों को सभ्य नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हुए अनेक अच्छी आदतों में से कोई एक संकल्प स्वीकार करने का आह्वान किया।
मुख्य अतिथि तमिलनाडु अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य प्यारेलाल पितलिया ने अपने ज्ञानशाला की महत्ता को उजागर किया।
साध्वी मंगलप्रज्ञा जी, साध्वी लावण्यश्री जी व साध्वी शिवमाला जी से प्राप्त मंगल संदेशों को बड़े पर्दे पर दिखाया तथा वाचन किया गया।
ज्ञानशाला प्रभारी सुरेश तातेड़ ने ज्ञानशाला की गतिविधियों का उल्लेख कर वर्षभर का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया एवं आभार व्यक्त किया। ज्ञानार्थियों ने ज्ञानशाला प्रारूप की रोचक प्रस्तुति दी। उच्चारण शुद्धि प्रस्तुति में सभी ज्ञानशालाओं के नन्हे-मुन्ने ज्ञानार्थियों ने प्रभावशाली प्रस्तुति दी।
सौभाग्य व संयोगवश गढ़ सिवाना से समागत मुमुक्षु बहन का परिचय करवाते हुए सभामंत्री अशोक खतांग ने ज्ञानशाला के बारे में भी विचार व्यक्त किए। मुमुक्षु बहन ने अपनी भावना प्रस्तुति में ज्ञानशाला को उनके वैराग्य का एक हेतु बताया।
कार्यक्रम की योजना व क्रियान्वयन में राजश्री डागा, सुबोध सेठिया, राजेंद्र भंडारी, मनोज गादिया, गजेंद्र खांटेड का निर्देशन व प्रबंधन विशेष उल्लेखनीय रहा।
कार्यक्रम के प्रारूप निर्धारण से संचालन तक संयोजक सपना श्रीश्रीमाल, उषा आंचलिया, सह-संयोजक, अंजु आच्छा, रक्षा आच्छा, सारिका मरलेचा, विजया सियाल के योजनाबद्ध कार्य से कार्यक्रम सुनियोजित रूप से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के मध्य में प्रायोजक मनीष कुमार, संयम सांखला परिवार, ज्ञानशाला सहयोगी विजय कुमार, भरत कटारिया परिवार का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में पुरस्कार तथा भोजन व्यवस्था में ज्ञानशाला राजेश सांड, देवेंद्र सुराणा, गजेंद्र गादिया, ताराचंद बोहरा का विशेष श्रम तथा पवन मांडोत, भरत मरलेचा, तरुण दुगड़, हेमंत मालू, पुखराज पारख, मनोज डूंगरवाल आदि का सहयोग रहा। कार्यक्रम का यू-ट्यूब पर जीवंत प्रसारण किया गया।
कार्यक्रम की भूमिका में महासभा प्रतिनिधि ज्ञानशाला आंचलिक संयोजक अनिता चोपड़ा व सह-संयोजिका कविता रायसोनी का निर्देशन उपयोगी रहा। कार्यक्रम में 338 ज्ञानार्थियों, 125 प्रशिक्षकों के साथ अनेक ज्ञानशाला कार्यकर्ता उपस्थित थे। ज्ञानार्थियों व प्रशिक्षकों के मनोजरंजन के लिए अनेक रोमांचक खेल आयोजित किए गए।
शिशु संस्कार बोध परीक्षा में वरीयता प्राप्त ज्ञानार्थियों तथा ज्ञानशाला की आयु सीमा पार करने वाले ज्ञानार्थियों को प्रमाण-पत्र, पुरस्कार व स्मृति चिÐ प्रदान कर सम्मानित किया गया। ज्ञानशाला प्रशिक्षकों व कार्यकर्ताओं का भी मंचीय सम्मान इस अवसर पर किया गया।
धन्यवाद ज्ञापन सभा सहमंत्री मनोज गादिया ने किया।