कोलकाता स्तरीय विशाल युवा सम्मेलन का आयोजन
युवा समाज की तस्वीर है-तकदीर है-जमीर है
लिलुआ (कोलकाता)।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में अभातेयुप के तत्त्वावधान में कोलकाता स्तरीय युवा सम्मेलन-2023 का आयोजन तेयुप, लिलुआ द्वारा जी0टी0 रोड स्थित हनुमान भक्त मंडल प्रांगण में किया गया।
इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि सामाजिक एवं धार्मिक चेतना के जागरण का एक सशक्त माध्यम है-संगठन। संगठन में शक्ति होती है। शक्ति, शक्ति को आकर्षित करती है। शक्ति व दायित्व बोध के अभाव में अच्छे-से-अच्छा संगठन भी तिनकों की तरह बिखर जाता है। उद्देश्य और दायित्व के साथ चलने वाला छोटे से छोटा संगठन भी आकाशव्यापी ऊँचाई को प्राप्त कर सकता है। संगठन का अर्थ है साथ में रहना। संगठन प्राणवान है तो बड़े से बड़ा कार्य भी आसानी से किया जा सकता है।
मुनिश्री ने आगे कहा कि संगठन को दीर्घजीवी व मजबूत बनाने के लिए सहिष्णुता, सामंजस्य, समर्पण, विश्वास, श्रम, मधुर भाषा, मधुर व्यवहार, सकारात्मक चिंतन, श्रम आदि गुणों की आवश्यकता रहती है। युवा समाज की तस्वीर है, समाज की तकदीर है, समाज की जमीर है, पराक्रम का प्रतीक है, समाज का प्रतिबिंब है, ऊर्जा का अक्षय भंडार है। युवा वायु की तरह गतिशील रहे। युवा व्यसन और फैशन से बचे, होटल और बोटल से बचे। देव, गुरु, धर्म के प्रति आस्था रखे। संस्कार और संस्कृति की सुरक्षा रखते हुए सेवा भावना व सहयोग का विकास करे। प्रेम दुनिया का सबसे खूबसूरत पौधा है, जो जमीन पर नहीं दिल में उगता है। लिलुआ की युवाशक्ति ने उत्साह के साथ कार्य किया। वे सभी साधुवाद के पात्र हैं। बाल मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत का संगान किया।
अभातेयुप के अध्यक्ष पंकज डागा ने अपने वक्तव्य में युवाशक्ति को प्रेरित करते हुए कहा कि युवा वह है जो चट्टानों को चीर दे, वायु को भी पीछे धकेल दे। युवा बड़ा और मजबूत संकल्प करेगा तो लक्ष्य भी छोटा हो जाएगा। युवा एवं किशोरों में जैनत्व के संस्कार सुरक्षित रहने चाहिए। तेरापंथ का यह युवा संगठन हमें सम्मान, जीने की राह और स्वाभिमान देता है। युवा सम्मेलन में सम्मिलित होकर कोलकाता की 11 परिषदों ने एकजुटता व समर्पण का कदम उठाया है। लिलुआ संख्या की दृष्टि से भले छोटी परिषद है पर आज मुनिश्री के सान्निध्य में युवा सम्मेलन कर बड़ी हो गई है इनका जज्बा और उत्साह काबिले तारीफ है।
अभातेयुप के उपाध्यक्ष-प्रथम रमेश डागा ने कहा कि युवा अवस्था में विभिन्न जिम्मेदारियों के साथ धर्मसंघ एवं संगठन से जुड़ें एवं अपना समय दें। अभातेयुप के सहमंत्री अनंत बागरेचा ने कहा कि संगठन को समझ लें तो जीवन जीना आसान हो जाएगा। सभी युवा कम से कम सप्ताह में एक दिन अवश्य चारित्रात्माओं के दर्शन करें।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुनि जिनेश कुमार जी द्वारा नमस्कार महामंत्रोच्चार से हुआ। विजयगीत का संगान लिलुआ, तेयुप एवं तेरापंथ किशोर मंडल के सदस्यों ने किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने सम्मेलन के उद्घाटन की घोषणा की। स्वागत भाषण लिलुआ, तेयुप के अध्यक्ष अमित बांठिया ने व शुभकामना लिलुआ तेरापंथी सभा के अध्यक्ष प्रमिल बाफना ने दी। अतिथि परिचय अभातेयुप के कार्यकारिणी सदस्य जय चोरड़िया ने दिया। पुणे से समागत साइबर एक्सपर्ट संदीप प्रकाश गादिया ने साइबर क्राइम एवं सुरक्षा विषय पर युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी ने किया। अभातेयुप के पदाधिकारियों का पंचरंगी पट्टे से सम्मान किया गया।
उत्तर हावड़ा, तेयुप, किशोर मंडल द्वारा क्वीज का संचालन किया गया। विजेताओं को तेयुप द्वारा पुरस्कृत किया गया। साइबर एक्सपर्ट संदीप गादिया आदि का सम्मान किया गया। आभार ज्ञापन लिलुआ तेयुप के मंत्री अंकुश छाजेड़ ने किया। अंतिम सत्र तेरापंथ किशोर मंडल के संयोजक मानव बैद ने किया। युवा सम्मेलन में 220 से अधिक युवक एवं समस्त लगभग 800 श्रावक- श्राविकाओं की उपस्थिति दर्ज की गई।
कार्यक्रम में प्रबुद्ध विचारक नवीन बैंगानी, साईबर एक्सपर्ट संदीप प्रकाश गादिया, कार्यकारिणी सदस्य, सुनील दुगड़, संदीप डागा, सुमित कोठारी, सूर्यप्रकाश डागा, प्रवीण सिंघी, बिरेंद्र बोहरा आदि गणमान्य लोग विशेष रूप से उपस्थित थे।
अभातेयुप द्वारा किए जा रहे आई डोनेशन कार्य के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा का सम्मान म0पी0 बिड़ला आई बैंक द्वारा किया गया।
इस सम्मेलन में बृहत्तर कोलकाता की 11 शाखा परिषदों की अच्छी संख्या में उपस्थिति रही। लिलुआ, हिंदमोटर, साउथ हावड़ा, उत्तर हावड़ा, दक्षिण कोलकाता, पूर्णांचल, बेहाला, टाॅलीगंज, उत्तर कोलकाता, कोलकाता मैन, मध्य उत्तर कोलकाता शाखा परिषदों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में तेयुप के कार्यकर्ताओं का विशेष श्रम रहा। लिलुआ तेरापंथी सभा का भी सहयोग रहा।