साध्वीश्री जी का स्वागत समारोह आयोजित
गंगाशहर।
तेरापंथी सभा द्वारा नवनियुक्त सेवाकेंद्र व्यवस्थापिका शासनश्री साध्वी शशिरेखा जी तथा साध्वी ललितकला जी का सेवा केंद्र में पधारने पर स्वागत समारोह का आयोजन रखा गया। स्वागत समारोह पर साध्वी शशिरेखा जी ने कहा कि युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी ने महती कृपा करके इस वर्ष गंगाशहर सेवा केंद्र का प्रवास प्रदान किया है। उन्होंने सेवा को कर्ज तथा फर्ज बताते हुए कहा कि दायित्व ग्रहण के बाद यह पहली चाकरी है। गंगाशहर की धरती उर्वरा है। गुरु आज्ञा व आदेश सर्पोपरि है, धर्मसंघ में सेवा का अवसर उपहार है तथा इससे कर्म निर्जरा होती है।
साध्वी ललितकला जी ने कहा कि सेवा करना निर्जरा का अवसर प्राप्त करना है। उन्होंने सेवा को महत्त्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें तेरापंथ जैसा धर्मसंघ प्राप्त हुआ है। साध्वी कांताश्री जी तथा साध्वी योगप्रभा जी ने भी सभा को संबोधित किया। सेवा केंद्र में विराजित साध्वियों द्वारा सामूहिक गीत के द्वारा सेवा प्रदान करने वाली साध्वियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विमला देवी बुच्चा द्वारा मंगलाचरण से किया गया। कन्या मंडल तथा महिला मंडल ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। साध्वी कीर्तिलता जी द्वारा सेवाकेंद्र का दायित्व हस्तांतरण साध्वी शशिरेखा जी तथा साध्वी ललितकला जी को किया गया।
इस अवसर पर साध्वीवृंद द्वारा सामूहिक गीत प्रस्तुत किया गया। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष अमरचंद सोनी, तेरापंथ न्यास के ट्रस्टी लूणकरण छाजेड़, आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के मंत्री दीपक आंचलिया, महिला मंडल अध्यक्षा ममता रांका, तेयुप के संगठन मंत्री रोहित बैद, अणुव्रत समिति अध्यक्ष राजेंद्र बोथरा, तोलाराम सामसुखा, धर्मचंद सामसुखा, शांतिलाल संचेती ने स्वागत में अपने विचार अभिव्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री रतनलाल छलाणी ने किया।