साध्वीश्री जी का तमिलनाडु सीमा में प्रवेश
बैंगलोर।
साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी आदि पाश्र्वनाथ सुशील धाम जैन मंदिर से विहार कर प्रकाश प्लास्टिक फैक्ट्री, होसुर, तमिलनाडु पधारे। तेयुप, बैंगलोर अध्यक्ष प्रदीप चोपड़ा ने साध्वीश्री जी के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामना एवं कृतज्ञता ज्ञापित की। संघ संवाद से जितेंद्र घोषल ने गीतिका द्वारा मंगलकामना व्यक्त की। अभातेयुप से शाखा प्रभारी सोनू डागा ने गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि पूज्यप्रवर ने साध्वीश्री जी का चातुर्मास तिरुपुर को दिया। हनुमंत नगर तेयुप अध्यक्ष महावीर चावत ने अपनी भावनाएँ प्रेषित की। तिरुपुर एवं होसुर महिला मंडल की बहनों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी ने कहा कि दवा बड़ी नहीं होती डाॅक्टर बड़ा होता है, रत्न बड़ा नहीं होता परीक्षक बड़ा होता है, गुरुदृष्टि व गुरु आशीर्वाद से हमने मंगल दिन में मंगल क्षणों में तमिलनाडु का मंगल प्रवेश किया है, आगामी चातुर्मास व पिछले चातुर्मास अर्थात् कर्नाटक और तमिलनाडु दोनों क्षेत्रों के श्रावक समाज बहुत ही जागरूक व सेवाभावी है। साध्वी मयंकप्रभा जी ने कहा कि देवलोक की सुघोष घटा की तरह साध्वीश्री जी भी आचार्यश्री महाश्रमण जी के संदेश वाहिका बनकर तमिलनाडु में प्रवेश कर रही है। जन-जन के भीतर सद्भावना व साहित्य की चेतना का जागरण हो। साध्वी मेरुप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी दक्षप्रभा जी ने मंगलाचरण से कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर प्रकाश जोगड़, प्रताप पोरवाल, संतोष सरिता गोठी, होसुर से मंगलचंद बाफना, राकेश संचेती, पवन सेठिया, विनय सेठिया, ऋषभ बाबेल, महेंद्र बाफना, राजेश सुराणा आदि सहित अनेक सदस्यों की उपस्थिति रही।