आध्यात्मिक मिलन समारोह का आयोजन
वाशी।
शासनश्री साध्वी विमलप्रज्ञा मानखुर्द से विहार कर एवं साध्वी पंकजश्री जी विहार कर अणुव्रत सभागार, वाशी में पधारे। शासनश्री साध्वी विमलप्रज्ञा जी, शासनश्री जिनरेखाजी, साध्वी पंकजश्री जी, साध्वी काव्यलता जी का नए भवन, वाशी में पगलिया व मंगल पाठ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से हुई। मंगलाचरण, वाशी महिला मंडल द्वारा किया गया। तेरापंथी सभा अध्यक्ष वाशी विनोद बाफना एवं तेरापंथी सभा, मुंबई के कार्याध्यक्ष नवरत्न गन्ना ने स्वागत वक्तव्य दिया।
शासनश्री साध्वी विमलप्रज्ञा जी ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें तेरापंथ शासन मिला, एक गुरु के अनुशासन में धर्मसंघ दिन-प्रतिदिन गति-प्रगति कर रहा है। साध्वी काव्यलता जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ एक रमणीय उद्यान है, उद्यान के प्रत्येक फूल अपनी महक से परिपार्श्व हो सुरभित करते हैं। साध्वी विमलप्रज्ञा जी एक विशिष्ट पुष्प हैं। साध्वी पंकजश्री जी ने कहा कि वाशी एक श्रद्धा का केंद्र है। चार-चार सिंघाड़ों का मिलन प्रथम बार हुआ। इस दृश्य को देखकर मैं भाव-विभोर हूँ।
शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी ने कहा कि आज हमारे आँगन में साध्वी विमलप्रज्ञा जी का आगमन खुशियों की बहार लेकर आया। हमारे धर्मसंघ में विदुषी सहज, सरल, सौम्यतायुक्त साध्वी विमलप्रज्ञा जी का स्वागत कर बासों उछल रहा है। साध्वीवृंद ने गीतिका की प्रस्तुति दी। साध्वी ललिताश्री जी, साध्वी शारदाप्रभा जी, साध्वी सम्यक्त्वयशा जी ने गूगल बाबा की नाटिका के द्वारा स्वागत किया। मंच का संचालन साध्वी ज्योतियशा जी ने किया।
कार्यक्रम में तेरापंथी महासभा कार्यकारिणी सदस्य तनसुख चोरड़िया, प्रवास व्यवस्था समिति, मुंबई महामंत्री महेश बाफना, तेरापंथी सभा, मुंबई के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र तातेड़, अभातेममं कार्यकारिणी सदस्य निर्मला चंडालिया, आचार्यश्री भिक्षु महाश्रमण फाउंडेशन, महामंत्री बाबूलाल बाफना सहित अनेक सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य श्रावक समाज की उपस्थिति रही। कोपरखैरने, नेरुल, मुलुंड, डोंबिवली, उरण, कोटा विभिन्न क्षेत्र से भी श्रावक-श्राविका उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में तेयुप अध्यक्ष महावीर सोनी, मंत्री महावीर हिरण, कोषाध्यक्ष विनोद बाफना, पंकज चंडालिया, हरीश गादिया, अमित आंचलिया, जितेंद्र बाफना प्रवीण चोरड़िया, राजू कावड़िया, महिला मंडल संयोजिका इंदु बड़ाला, सह-संयोजिका अनिता चपलोत, नवीता मेहता, पूनम परमार का सहयोग रहा।