सुखी दंपति कार्यशाला का आयोजन

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सुखी दंपति कार्यशाला का आयोजन

पालघर।
मुनि अर्हत कुमार जी के सान्निध्य में ‘सुखी दांपत्य जीवन का राज’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुनि अर्हत कुमार जी ने कहा कि धरती पर स्वर्ग कब उतर आता है? जब किसी परिवार में खुशहाली छाई रहती है। रिश्ते बनाना आसान होता है। पर रिश्ते निभाना मुश्किल होता है। आज के परिवेश में शिक्षा का स्तर बढ़ा है। परिवार में रिश्ते की अहम भूमिका होती है। पति-पत्नी में पति अगर पतंग बन जाए तो पत्नी डोर बन जाए। आपस में सामंजसय का सेतु बनाए रखें। अपने घर को एयर कंडिशन बनाने से पहले दिमाग को एयर कंडिशन बनाएँ। आग्रहवृत्ती से बचें। सहनशील बनें। ताकि परिवार में मधुर सामंजस्य चीरकाल तक बना रहे।
खुले दिल से एक-दूसरे को समझने की कोशिश करें। तभी आपका घर स्वर्गीय सुख, खुशहाल, जीवन आनंद की अनुभूति करता रहेगा। मुनि भरत कुमार जी ने सुखी दांपत्य के अनमोल प्रेरणादायी गुर बताए। महिला मंडल द्वारा सुखी दांपत्य जीवन पर रोचक परिसंवाद की प्रस्तुति दी। सफाले, बोईसर का श्रावक समाज एवं स्थानीय स्थानकवासी, मूर्तिपूजक समाज की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। आभार ज्ञापन कांति परमार ने किया।