मंत्र दीक्षा के आयोजन - बच्चों के आध्यात्मिक विकास का माध्यम है ज्ञानशाला
राजलदेसर
साध्वी डॉ0 परमयशा जी के सान्निध्य में मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। तेरापंथ भवन में आयोजित कार्यक्रम में डॉ0 साध्वी परमयशा जी ने कहा कि जिसके पास हो नवकार, वह पहुँच जाता है भवपार। उसका क्या कर सकता है संसार, हर वक्त रखें नवकार की कार। फिर किसी ताबीज तंत्र-मंत्र की जरूरत नहीं। आगे कहा कि मंत्र दीक्षा संस्कार जागरण का वरदान है। बच्चों में धर्म के बीज बोना, उनमें संस्कारों का रोपण होना परम आवश्यक है।
इस अवसर पर ज्ञानशाला के बच्चों ने मंत्र दीक्षा का संकल्प ग्रहण किया एवं प्रशिक्षिकाओं के साथ अर्हम वंदना गीत की सुमधुर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में तेममं एवं कन्या मंडल का विशेष योगदान रहा। तेयुप द्वारा बच्चों को सम्मानित किया गया।