नवाह्निक अनुष्ठान से सुख-शांति

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नवाह्निक अनुष्ठान से सुख-शांति

नोखा।
नवरात्रि पर नौ दिन नवाह्निक जप अनुष्ठान हर पृष्टि आध्यात्मिक-पारिवारिक सुख-शांति और ग्रह शक्ति जागरण का उत्तम समय है। एक स्थान-एक समय-लयबद्ध किया जाप सिद्धिकारक व फलदाई होता है। यह उद्गार शासन गौरव साध्वी राजीमती जी ने नोखा तेरापंथ भवन में नवाह्निक जाप प्रारंभ पर कहे। अनुष्ठान की उपयोगिता बताई।
साध्वी पुलकितयशा जी, साध्वी कुसुमप्रभा जी ने भौतिकता की चकाचौंध, भाग-दौड़ में कुछ समय धर्म-ध्यान करने की प्रेरणा दी। नवरात्रि जाप का प्रयोग व गीतिका का संगान किया। कार्यकर्ता इंदरचंद बैद ने प्रातः-सायं जप-अनुष्ठान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।