टीपीएफ फेमिना विंग-नर्चर योरसेल्फ कार्यशाला का आयोजन

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टीपीएफ फेमिना विंग-नर्चर योरसेल्फ कार्यशाला का आयोजन

साउथ कोलकाता।
आज की नारी अपने घर और प्रोफेशनल कैरियर के बीच सामंजस्य स्थापित कर अपने परिवार का समुचित ख्याल रखती है। इस समूचे जीवनचक्र में वह खुद को भूल, दूसरों को खुश करने में लगी रहती है। इसी गंभीर अनछुए विषय को ध्यान में रखते हुए टीपीएफ साउथ-कोलकाता की फेमिना विंग ने समाज की जानी-मानी मोटिवेटर एवं काउंसलर शिप्रा सुराना बोस जो स्वयं 15 वर्षों से इस फील्ड में अपनी सेवाएँ दे रही हैं, से अनुरोध कर एक मेंटल हेल्थ वेलनेस कार्यक्रम ‘नर्चर योरसेल्फ कार्यशाला’ का आयोजन किया।
टीपीएफ साउथ कोलकाता की फेमिना कन्वेनर खुशबू दुगड़ ने कार्यक्रम की शुरुआत की। सर्वप्रथम टीपीएफ ईस्ट जोन-1 की सदस्य स्नेहा पारख ने मंगलाचरण का संगान किया। इसके पश्चात टीपीएफ साउथ-कोलकाता के अध्यक्ष आलोक चोपड़ा ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में सभी का अभिनंदन किया। उन्होंने ‘टीपीएफ परामर्श’ के बारे में विस्तार से बताया कि नया आयाम समाज की मदद के लिए है और हम इसे 9916691313 व्हाट्सएप नंबर पर रजिस्टर करके अपनी लीगल, टैक्सेशन, मेडिकल समस्या का सेकेंड ओपिनियन ले सकते हैं।
टीपीएफ के ईस्ट जोन-1 के अध्यक्ष धर्मचंद धाड़ेवा ने कहा कि टीपीएफ के हर आयोजन को हमें घर-घर पहुँचाना है। टीपीएफ नेशनल फेमिना को-कन्वेनर कंचन सिरोहिया ने टीपीएफ साउथ कोलकाता फेमिना विंग को उनके अथक प्रयास के लिए साधुवाद दिया। तेरापंथ फेमिना कंसेशन चेकअप कार्यक्रम का भी लाभ लेने के लिए कहा। फेमिना को-कन्वेनर सुमिना कोठारी ने कार्यशाला की प्रमुख वक्ता काउंसलर शिप्रा सुराणा बोस का सभी से परिचय करवाया। इस कार्यशाला में शिप्रा ने सभी प्रतिभागियों से उनके निजी जीवन का रूटीन और उसमें खुद के लिए समय निकालने के बारे में बारीकी से पूछा। कार्यक्रम में पुरुषों की अच्छी संख्या में उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति टीपीएफ नेशनल फ्यूचूरा नेशनल को-कन्वेनर रोहित दुगड़, टीपीएफ पूर्वांचल-कोलकाता ब्रांच अध्यक्ष प्रवीण कुमार सुराना, टीपीएफ कोलकाता जेनरल ब्रांच अध्यक्ष बबीता बैद, जयपुर के डाॅ0 विजय नाहटा की रही। कुल 56 जनों की उपस्थिति रही। अंत में धन्यवाद ज्ञापन के क्रम में को-कन्वेनर सुमिता कोठारी ने कार्यक्रम में पधारे हुए सभी का आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन टीपीएफ की फेमिना विंग कन्वेनर खुशबू दुगड़ ने किया।