अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम
रिसड़ा।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में अभातेममं के निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रेरण सम्मान एवं तालमेल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पुलिस सुपरिटेंडेंट पियाली विश्वास, मुख्य वक्ता मुख्य ट्रस्टी अभातेममं सूरज बरड़िया, प्रेरक वक्ता मोटिवेशनल स्पीकर पूजा रितु बोथरा, राष्ट्रीय बंगाल प्रभारी सोनम बागरेचा, पार्षद शशि सिंह आदि गणमान्य महिलाओं की उपस्थिति रही। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि नारी ममता का मंदिर, दिल का दरिया, विनय का वैभव, समर्पण की साधना है। त्याग उसका स्वभाव प्रधान उसका धर्म है।
इस अवसर पर मुनि परमानंद जी ने कहा कि स्त्री का संकल्प हो कि मैं स्त्री के गौरव को नहीं गिरने दूँगी तो प्रेरणा सम्मान और तालमेल दोनों हो जाएगा। बाल मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पियाली विश्वास ने कहा कि एक नारी ही है जो घर और बाहर दोनों संभालती है। तेममं ने जो मुझे प्यार और सम्मान दिया उसके लिए मैं आभार व्यक्त करती हूँ।
मुख्य वक्ता सूरज बरड़िया ने कहा कि भारतीय महिला होना गौरव की बात है। रिषड़ा महिला मंडल ने यह कार्यक्रम रखा साहस एवं उत्साह का परिचय दिया है। प्रेरक वक्ता पूजा रितु बोथरा ने कहा कि तालमेल एवं नारी सशक्तिकरण के लिए जरूरी है-विनम्रता, वत्सलता, कार्य-कुशलता, संवाद शैली, संवेदनशीलता, गुरु निष्ठा और समर्पण। पार्षद शशि सिंह ने कहा कि समाज को आगे ले जाने का दायित्व महिला शक्ति पर है। शाखा प्रभारी सोनम बागरेचा ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ तेममं की बहनों के प्रेरणा गीत के संगान से हुआ। स्वागत भाषण तेममं की अध्यक्षा सूर्या महनोत ने किया। महिला मंडल पर तेममं की सदस्याओं ने व कन्या मंडल ने गीत का संगान किया। आभार ज्ञापन मंत्री सुनिता सुराणा ने किया। कार्यक्रम का संचालन मधु महनोत ने किया। इस अवसर पर पुलिस सुपरिडेंटेंट पियाली विश्वास का तेममं, रिसड़ा द्वारा प्रेरणा सम्मान किया गया। इस अवसर पर कई शाखा मंडलों की बहनों की उपस्थिति रही।