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शासनमाता की पुण्यतिथि पर आस्था का अर्घ्य
कुर्ला (मुंबई)।
साध्वी निर्वाणश्री जी के सान्निध्य में शासनमाता साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी की पुण्यतिथि श्रद्धा के साथ मनाई गई। साध्वी निर्वाणश्री जी ने कहा कि आज हम उस विलक्षण व्यक्तित्व की अर्चना कर रहे हैं, जिन्होंने अर्धसदी तक संघ को मुक्त हाथों से बाँटा है। पा0शि0 संस्था से अब तक मैं उनकी छत्रछाया में पलती रही। उनका मार्गदर्शन मेरे लिए मील का पत्थर बन गया। शासनमाता ने मुझे विकास के इतने अवसर दिए जो मेरे जीवन की थाती हैं।
प्रबुद्ध साध्वी डॉक्टर योगक्षेमप्रभा जी ने कहा कि साध्वीप्रमुखाश्री की ममता, समता व क्षमता निराली थी। वे सरसता, समरसता व सहनशीलता की त्रिवेणी थी। उनके साथ में बीते पल जीवन की अनमोल धरोहर हैं। साध्वी लावण्यप्रभा जी ने मुक्तकों के माध्यम से अपनी श्रद्धा समर्पित की। साध्वीश्री जी के साथ ही साध्वी कुंदनयशा जी, साध्वी मुदितप्रभा जी एवं साध्वी मधुरप्रभा जी ने गीत से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। वरिष्ठ कार्यकर्ता राजकुमार चपलोत ने भाव व्यक्त किए। तेरापंथी महासभा से महाराष्ट्र प्रभारी दिनेश सुतरिया, अभातेममं से प्रेमलता सिसोदिया, कुर्ला तेरापंथ समाज से डॉक्टर संमत सिसोदिया, जूना कुर्ला से उपासिका चंदा वड़ाला ने अपने उद्गार व्यक्त किए। मंगलाचरण तेममं की बहनों ने किया।