नववर्ष पर जीवन में संकल्पों के सूरज उगाएँ

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नववर्ष पर जीवन में संकल्पों के सूरज उगाएँ

फरीदाबाद।
साध्वी अणिमाश्री जी ने तेरापंथ भवन में हिंदू नववर्ष पर विशिष्ट मंत्रों एवं प्रभावशाली जैन श्लोकों के साथ वृहद मंगलपाठ प्रदान किया। पहली बार इस प्रकार का साध्वीश्री जी के मुखारविंद से मंगलपाठ श्रवण कर श्रद्धालुजनों ने नई ऊर्जा का अनुभव किया। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि आज का यह मंगल प्रभात संकल्पों के श्रीगणेश का उत्सव है। हम अपने जीवन में संकल्पों का सूरज उगाएँ। सपने कभी पूरे नहीं होते, संकल्प पूरे होते हैं। संकल्प करें, मैं समय का दुरुपयोग नहीं करूँगा। पुरुषार्थ करके अपनी किस्मत को और अधिक तेजोदीप करूँगा। अपने जीवन को समता की विशेष साधना के द्वारा प्राणवान व तेजस्वी बनाने का संकल्प करें। इन तीन संकल्पों को आत्मसात करने वाला व्यक्ति शारीरिक, मानसिक व आत्मिक उल्लास को प्राप्त कर सकता है।
डॉ0 साध्वी सुधाप्रभा जी ने कहा कि नववर्ष पर विशेष संकल्प करें-मैं अनी आत्मा का अहित नहीं करूँगा। आत्महित व परिचय का कार्य करूँगा। साध्वी अणिमाश्री जी आत्महित व परहित का पैगाम लेकर दिल्ली आई हैं। साध्वी कर्णिकाश्री जी ने मंच संचालन करते हुए मंत्रों के प्रभाव की चर्चा की। साध्वीवृंद के सामूहिक तीर्थंकर स्तुति संगान के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। दिल्ली सभाध्यक्ष सुखराज सेठिया, शाहदरा सभाध्यक्ष पन्नालाल बैद, फरीदाबाद सभाध्यक्ष गुलाब जैन ने अपने भावों की सटीक प्रस्तुति दी। सभामंत्री संजीवनी जैन ने अतिथियों का परिचय दिया एवं सभा द्वारा समागत महानुभावों का सम्मान किया गया।