भिक्षु विचार दर्शन कार्यशाला का आयोजन
सांताक्रुज, मुंबई।
आचार्यश्री महाश्रमण जी के मुंबई प्रवास एवं 2023 चातुर्मास की तैयारियों के मद्देनजर तेरापंथ समाज के युवाओं का एक कार्यक्रम मुंबई स्तरीय आध्यात्मिक व्यक्तित्व विकास कार्यशाला ‘भिक्षु विचार दर्शन’ का आयोजन बहुश्रुत परिषद के संयोजक प्रोफेसर मुनि महेंद्र कुमार जी स्वामी के सहवर्ती संत के सान्निध्य में सांताक्रुज ईस्ट स्थित बिलावा ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। जिसमें संपूर्ण मुंबई से तेयुप के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। कार्यक्रम में अभातेयुप के राष्ट्रीय सहमंत्री भूपेश कोठारी के अलावा चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मदनलाल तातेड़, महामंत्री सुरेंद्र कोठारी एवं तेरापंथी सभा, मुंबई के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र तातेड़ विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस कार्यशाला की शुरुआत मुनिवृंद द्वारा नमस्कार महामंत्र के साथ हुई। तेयुप सदस्यों द्वारा विजय गीत का संगान किया गया। मुंबई सभा के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र तातेड़ ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन करवाया। तेयुप, सांताक्रुज के अध्यक्ष मनीष बाफना ने सभी का स्वागत किया। मुंबई से 40 क्षेत्रों से तेयुप के अध्यक्ष एवं उनकी पूरी टीम से लगभग 400 युवक एवं श्रावक समाज की उपस्थिति रही। मुनि सिद्ध कुमार जी ने सबसे पहले तेरापंथ धर्मसंघ क्यों है? आप तेरापंथी क्यों हैं? इसे विस्तार से बताया। मुनि अभिजीत कुमार जी ने तीन कहानियों के माध्यम से धर्म और त्याग को बड़ी बारीकी से समझाया। अंत में दोनों मुनिवृंदों ने लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। अभातेयुप सहमंत्री भूपेश कोठारी, मुंबई अभातेयुप टीम के साथ मुंबई
चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मदन तातेड़ व महामंत्री सुरेंद्र कोठारी को पूज्यप्रवर के चतुर्मास में अभातेयुप से संबंधित गतिविधियों व व्यवस्था के लिए पत्र सौंपा।कार्यक्रम में अभातेयुप टीम से जितेंद्र परमार, अविनाश इंटोडिया, प्रसन्न पामेचा, दीपक समदड़िया, विकास कोठारी, मयंक धाकड़, नरेश चपलोत सहित अनेक पदाधिकारीगण, सदस्यों एवं गणमान्यजनों की उपस्थिति रही। आभार ज्ञापन तेयुप मंत्री नीलेश कोठारी ने किया।