महावीर जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन
जयगाँव।
साध्वी स्वर्णरेखा जी के सान्निध्य में भगवान महावीर स्वामी की 2622वीं जन्म जयंती उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। साध्वीश्री जी ने कहा कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की वाणी शाश्वत सत्यों को सरलता से प्रस्तुत करती है। सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक विकास की सारी दिशाओं का अवलोकन करती हुई वैराग्य का प्रतीक बना देती है। जहाँ से वीतरागता की साधना प्रारंभ की जा सकती है। महावीर की साधना गहराई एवं ऊँचाई को प्राप्त करने वाली थी। दैहिक कष्ट के साथ लक्ष्य की स्पष्टता से ही भगवान ने कितने-कितने जीवों को तार दिया। हम भी वीर प्रभु को आदर्श बनाकर उनके दर्शन को समझकर स्वयं के दर्शन करने का प्रयत्न करें।
इस अवसर पर साध्वी स्वस्तिकाश्री जी एवं साध्वी सुधांशुप्रभा जी ने अपने विचार व्यक्त किए। स्थानीय महिला मंडल ने ‘महावीर ब्यूटी पार्लर’ तथा ‘चौदह स्वप्न’ कार्यक्रम प्रस्तुत किया। ज्ञानशाला के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी। भूटान के फुंछोलिंग शहर के एस0डी0ओ0 डासो जुर्मी, म्यूनिसपल कॉरपोरेशन के चेयरमैन डासो उत्तम कुमार राई, प्रशसनिक अधिकारी फुंछो के साथ भारतीय दूतावास सचिव अंकिता जैन, प्रशासनिक अधिकारी संजीव कुमार आदि भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में स्थानीय सभाध्यक्ष गणेश सरावगी, अणुव्रत केंद्रीय समिति बंगाल प्रभारी विनोद बोथरा, नरेंद्र संचेती, धर्मचंद बाफना, अर्हम भजन मंडली, ताराबाई, वंदना आदि ने अपनी भावना गीत एवं वक्तव्य के माध्यम से रखी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों का स्वागत पूर्वाध्यक्ष बजरंग बरड़िया ने किया। मंडल संगान अनुभवी मंडल ने किया तथा संचालन पूजा आंचलिया ने किया। प्रभात की मंगल किरणों के साथ प्रभात रैली भी शहर की मुख्य सड़कों पर वीर उद्घोषों से गुंजायमान रही। इस कार्यक्रम में गोवाहाटी, कूचबिहार, कोकरझार, दिनहटा, माथाभंगा, तूफानगंज, सिलीगुड़ी, फालाकाटा, धुपगुरी, इस्लामपुर, अलीपुरद्वार, चेगड़ाबांधा, गोलाकगंज आदि क्षेत्र संभागी बने।