आचार्य भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस के आयोजन
तिरुकलीकुंड्रम्।
साध्वी लावण्यश्री जी के सान्निध्य में भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस, रामनवमी एवं नवाह्निक अनुष्ठान का संपन्नता पर स्वस्तिक आकार के श्रावक-श्राविकाओं को विशेष अनुष्ठान करवाया गया। साध्वी लावण्यश्री जी ने महामना गुरु भिक्षु के प्रति अंतर्मन की श्रद्धा समर्पित करते हुए कहा कि यदि आचार्य भिक्षु धर्म क्रांति नहीं करते तो हमें सम्यक् ज्ञान, दर्शन, चारित्र की त्रिवेणी में अभिस्नात होने का दुर्लभ अवसर प्राप्त नहीं होता।
अभिनिष्क्रमण दिवस पर साध्वी सिद्धांतश्री जी, साध्वी दर्शितप्रभा जी ने अनुष्ठान करवाया। स्वाति वरोला ने गीत की प्रस्तुति दी। सुमंगल साधक चंपालाल दुगड़, गौतम बोहरा, बाबूलाल खाटेड़, प्रशांत दुगड़ सहित अनेक गणमान्यजन की उपस्थिति रही। संचालन साध्वी सिद्धांतश्री जी ने किया।