प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन

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प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन

हिंदमोटर।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में प्रेक्षा कार्यशाला का आयोजन तेरापंथी सभा द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि जिस प्रकार शरीर में मस्तक का तथा वृक्ष में उसकी जड़ का महत्त्वपूर्ण स्थान है। उसी प्रकार आत्म साधना में ध्यान का महत्त्वपूर्ण स्थान है। ध्यान ज्योति का मार्ग है, प्रकाश का मार्ग है। ध्यान निवृत्ति का सर्वोत्तम उपाय है।
कार्यशाला में मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत व प्रेक्षावाहिनी के सदस्यों ने प्रेक्षा गीत का संगान किया। स्वागत भाषण तेरापंथी सभा के अध्यक्ष मनोज कुंडलिया ने दिया। गणपति बाई दुगड़ ने योगिक क्रिया, वक्तव्य संजय पारख, कायोत्सर्ग इंदु दुगड़, प्रेक्षाध्यान व वक्तव्य प्रेम बाई चोरड़िया ने, ध्यान रवि छाजेड़, आभार ज्ञापन सभा मंत्री धनराज सुराणा ने किया। संचालन अरुण नाहटा ने व मुनि परमानंद जी ने किया। प्रेक्षाध्यान कार्यशाला में 66 साधकों ने भाग लिया।