भगवान महावीर जन्म कल्याणक
पार्श्वनाथ सिटी।
शासनश्री साध्वी सत्यवती जी के सान्निध्य में पार्श्वनाथ सिटी में गुलाब डागा के निवास स्थान पर भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण के द्वारा राजुल बांठिया, कीर्ति दुगड़, मनीषा सिंघी ने किया। छोटा बालक भावित रांका ने कविता द्वारा अपनी प्रस्तुति दी। साध्वी रोशनीप्रभा जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान महावीर अपने जीवन में करुणाशील थे। उनका चित्त स्वच्छ दर्पण व जीवन खुली किताब के समान था। पर्श्वनाथ सिटी की महिलाओं द्वारा रोचक प्रस्तुति दी गई। सारिका सिपानी, विनीता सेठिया, लता बांठिया, प्रियंका बोटिया, अंजलि सिंघी व शैली बोथरा ने अपने भावों की प्रस्तुति दी।
साध्वी शशिप्रभा जी ने बताया कि महावीर अहिंसा, अपरिग्रह व अनेकांत की भाषा में बोलते थे। उनका चिंतन आध्यात्मिक था। पार्श्वनाथ सिटी के बच्चों ने अपने भावों को एक लघु नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया। साध्वी पुण्यदर्शना जी ने कहा कि भगवान महावीर सामाजिक कुरीतियों व हिंसा के तम को चीरने वाले भास्कर थे। तेयुप, सरदारपुरा की भी सहभागिता रही।
शासनश्री साध्वी सत्यप्रभा जी ने कहा कि हमारा जीवन महावीर जैसा बने, ऐसी शक्ति जगाएँ। हमारी साधना उत्कृष्ट बने, हम भगवान महावीर के सच्चे अनुयायी बने रहें। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेश जीरावला ने अपने विचार व्यक्त किए। तेयुप के अध्यक्ष महावीर चौधरी ने अपने भावों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन सुनील डागा ने किया। शाम को धम्म जागरण का कार्यक्रम हुआ। शासनश्री साध्वी सत्यवती जी के मंगलपाठ से कार्यक्रम संपन्न हुआ।