तेरापंथ धर्मसंघ के विशिष्ट संत थे मुनि महेंद्र कुमार

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तेरापंथ धर्मसंघ के विशिष्ट संत थे मुनि महेंद्र कुमार

सिकंदराबाद।
तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में बंजारा हिल्स स्थित जैन सेवा संघ के चेयरमैन अशोक बरमेचा के निवास स्थान पर साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में बहुश्रुत परिषद् के संयोजक मुनि महेंद्र कुमार जी की स्मृति सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साध्वी मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि जैन आगम साहित्य में चार प्रकार के व्यक्तियों का उल्लेख मिलता है। आज के परिप्रेक्ष्य में लगता है मुनि महेंद्र कुमार जी ने भगवान महावीर के इस आगम सुवाक्य को ‘जाए सद्दाए निक्खंतो तमेव अणुपालिया’ अपने जीवन में अक्षरस जीया है। वे हमारे धर्मसंघ के प्रथम प्रोफेसर के रूप में विख्यात हैं। उन्होंने प्रेक्षाध्यान व आगम आदि का विशिष्ट कार्य किया है।
तेरापंथ संघ में विशिष्ट स्थान प्राप्त मुनिवर महेंद्र कुमार जी एक साधक संत रहे हैं। उन्होंने अपनी मेधा शक्ति से अनेक व्यक्तियों को तैयार किया है। हम कामना करते हैं उनकी आत्मा आध्यात्मिक विकास करे, लक्षित मंजिल का शीघ्र वरण करे। साध्वीवृंद एवं संपूर्ण परिषद् ने लोगस्स ध्यान के साथ भावांजलि अर्पित की। इस अवसर पर तेरापंथी सभा के पूर्व अध्यक्ष एवं जैन सेवा संघ के चेयरमैन अशोक बरमेचा, महिला मंडल अध्यक्षा अनिता गिड़िया, अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रकाश भंडारी ने मुनिश्री के प्रति अध्यात्म भाव सुमन अर्पित किए। महासभा के प्रतिनिधि क्षेत्रीय प्रभारी लक्ष्मीपत बैद ने महासभा परिवार की ओर से भाव व्यक्त किए।
मुनि सिद्धकुमार जी के संसारपक्षीय पिताजी अश्विनी चोरड़िया ने कहा कि दीक्षित होने के बाद मेरे संसारपक्षीय पुत्र को मुनि महेंद्र कुमार जी का विशिष्ट सान्निध्य प्राप्त हुआ, यह हमारा परम सौभाग्य है। साध्वी राजुलप्रभा जी ने कहा कि मुनिश्री ने गुरुत्रय का अति विश्वास प्राप्त किया। साध्वी सुदर्शनप्रभा जी, साध्वी सिद्धियशा जी, साध्वी राजुलप्रभाजी, साध्वी चैतन्यप्रभा जी, साध्वी शौर्यप्रभा जी ने अपनी भावना समूह संगान से अभिव्यक्ति की। तेरापंथ सभा के सहमंत्री राकेश सुराणा, मार्ग सेवा प्रभारी संपत गोलछा, राजकुमार बोकड़िया एवं जयपुर से समागत विमल कोठारी उपस्थित रहे।