द पॉवर ऑफ डिसिप्लीन कार्यशाला का आयोजन
उधना।
समणीवृंद के सान्निध्य में कार्यशाला आयोजित हुई। नमस्कार महामंत्र व मंडल की बहनों ने महाश्रमण अष्टकम् से कार्यशाला का शुभारंभ किया। अध्यक्षा जसु बाफना ने सभी का स्वागत अभिनंदन किया। समणी सौम्यप्रज्ञा जी ने कहा कि हमारे जीवन में रस होना चाहिए। महिला मंडल के गणवेश में अनुशासित लगती है। जब अनुशासन हटता है तो हमें अपने जीवन में कई घटनाओं का सामना करना पड़ता है। अनुशासित रहकर हम नए सृजन कर सकते हैं। हमें हर क्षेत्र में शालीनता से पेश होना चाहिए। जहाँ मौन की अपेक्षा है वहाँ मौन रहना चाहिए। अनेक छोटे-छोटे उदाहरणों से समझाया। कार्यक्रम का संचालन रेखा चपलोत ने किया तथा आभार ज्ञापन अलका बनाकिया ने किया।