युवा दिवस का आयोजन

युवा दिवस का आयोजन

अणुविभा, जयपुर।
आचार्यश्री महाश्रमण दीक्षा कल्याण महोत्सव का आयोजन शासन गौरव बहुश्रुत साध्वी कनकश्री जी के सान्निध्य में अभातेयुप के निर्देशन में तेयुप, जयपुर द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाश्रमण अष्टकम् के संगान से हुआ। शासन गौरव साध्वी कनकश्री जी ने कहा कि युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी का दीक्षा महोत्सव मौन संदेश देता है कि ‘युवा जागे, सद्गुण संपन्न बने व ऊर्जावान बने’। इसके लिए जरूरी है संतों का संपर्क। जैसे बालक अतिमुक्तक ने गणधर गौतम की अंगुली पकड़ी तो वह महावीर तक पहुँच गया, बालक मोहन भी मुनि सुमेरमलजी के सान्निध्य में पहुँचा तो उन्होंने उसे परम गुरु तुलसी-महाप्रज्ञ के पास पहुँचा दिया। फिर वे मुनि मुदित से यात्रा करते-करते युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण बन गए।
आचार्यप्रवर की दीक्षा वीर्यवती दीक्षा है क्योंकि आपका तप, संयम व इंद्रिय निग्रह अनुत्तर है। यदि युवावर्ग आपका अनुगमन करे तो समाज का कायाकल्प हो सकता है। युवा दिवस पर प्रसारित परिपत्र का विशेष संकल्पित होकर साधना करें तो अभ्यास के द्वारा हमारे भीतर भी सद्गुणों का विकास होगा और तेरापंथ समाज शक्तिशाली बन सकेगा। साध्वी मधुलता जी ने युवा दिवस पर आचार्यप्रवर के वैराग्य की पृष्ठभूमि को सरस शैली में प्रस्तुत किया। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष हिम्मत डोसी, तेयुप अध्यक्ष सुरेंद्र नाहटा, शहर महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला सुराणा व बीना भांडिया ने वक्तव्य द्वारा अपने-अपने उद्गार व्यक्त किए। साध्वीवृंद ने सामूहिक गीतिका का संगान किया। महिला मंडल व कन्या मंडल ने सामूहिक गीतिका द्वारा सुमधुर स्वरों में प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन संयोजक सौरभ जैन ने किया और आभार ज्ञापन गौतम बरड़िया ने किया।