क्या आपका व्यक्तित्व आकर्षक है? कार्यशाला का आयोजन
जोधपुर।
सिवांची ओसवाल संस्थान, जोधपुर द्वारा साध्वी प्रांजलप्रभा जी के सान्निध्य में ‘क्या आपका व्यक्तित्व आकर्षक है?’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री जी के नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से हुआ। स्वागत वक्तव्य व साध्वीश्री का परिचय संस्थान अध्यक्ष प्रकाश जीरावला ने किया। साध्वी गौतमप्रभा जी ने गीत का संगान किया। साध्वी चारित्रप्रभा जी ने कहा कि व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान टेढ़ी-मेढ़ी जिंदगी में भी प्रेम रस घोल सकता है।
साध्वी प्रांजलप्रभा जी ने कहा कि सभी व्यक्तियों का व्यक्तित्व अद्वितीय होता है। सबकी अपनी खासियत होती है। सभी के मस्तिष्क का विकास अलग-अलग है, पर सभी की विविधता होते हुए भी हम किस प्रकार ज्ञान का उपयोग करते हैं, यह महत्त्वपूर्ण है। हम स्वयं को आँके कि हम कहाँ हैं, हमें किस प्रकार का व्यक्तित्व बनाना है? समझदार व्यक्ति अंतिम तीन की तरह न बनें। स्टार व्यक्तित्व का लक्ष्य बनाएँ, संकल्प करें की मुझे भी स्टार बनना है। स्वयं को कम ना आँकें।
व्यक्तित्व को आकर्षक बनाने के चार उपाय हैं-
(1) चिंतन में उदारता हो, (2) सोच में सकारात्मकता हो, (3) व्यवहार मानवीय हो, (4) सफलता में विनम्रता रहे। यह चार उपाय हमारे व्यक्तित्व को निखार सकते हैं।
सकारात्मक सोच का व्यक्तित्व पर विशेष प्रभाव पड़ता है। सकारात्मक चिंतन विचारों को देखने से, विश्लेषण करने से हो सकता है। हम विचारों को रोक नहीं सकते पर विचारों की दिशा को बदल सकते हैं। हमारा व्यवहार मानवता भरा हो और इस प्रकार के विनम्र बनें की सफलता की सीढ़ियाँ तो चढ़ें पर अहं का भाव न आए। आभार ज्ञापन तेयुप सरदारपुरा अध्यक्ष महावीर चौधरी ने किया। मंच संचालन तेरापंथी सभा सरदारपुरा मंत्री महावीर चोपड़ा ने किया।