‘महाश्रमणोतस्तु मंगलम’ कार्यक्रम का आयोजन
रोहिणी, दिल्ली।
साध्वी डॉ0 कुंदनरेखा जी के सान्निध्य में अभातेयुप के निर्देशन में एवं तेयुप, दिल्ली के तत्त्वावधान में ‘महाश्रमणोतस्तु मंगलम’ विषयानुसार आचार्यश्री महाश्रमण जी के 50वें दीक्षोत्सव के उपलक्ष्य में भक्ति संध्या का आयोजन रखा गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली स्तरीय 10 गायक-गायिकाओं ने अपनी-अपनी सुमधुर गीतिकाओं द्वारा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। राहुल बैद, राकेश चिंडालिया, शर्मीला बरड़िया, दीपिका छल्लाणी, चारू बांठिया, ईशांत नौलखा, पुलकित खटेड़, प्रवीण बैद, प्रवीण बैंगानी, ललित श्यामसुखा, निष्ठा जैन एवं प्रिया सिंघी आदि ने सुमधुर स्वर लहरियों से आचार्य महाश्रमण दीक्षा कल्याण महोत्सव पर अभिवंदना प्रस्तुत कर दी।
इस अवसर पर साध्वी कुंदनरेखा जी ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण जैन शासन के प्राण हैं, त्राण हैं और भैक्षव संघ के ग्यारहवें अधिशास्ता गन की आन-बान और शान हैं। आचार्यप्रवर का इंद्रिय संयम, खाद्य संयम और वाणी संयम अनुत्तर है। साध्वीश्री जी ने कहा कि तेरापंथ की युवा शक्ति दिल्ली देश की राजधानी में अपनी श्रमनिष्ठा, संघनिष्ठा, गुरुनिष्ठा, आज्ञानिष्ठा एवं समर्पण निष्ठा से निरंतर गतिमान है, गतिमान रहे, मंगलकामना।
इस अवसर पर सभी गायकों को पचरंगा उत्तरीय ओढाकर अभिनंदन किया गया। तेयुप, दिल्ली के अध्यक्ष विकास सुराणा ने आचार्यप्रवर के दीर्घ जीवन की मंगलकामना की। तेरापंथी सभा, रोहिणी के अध्यक्ष विजय जैन, महामंत्री राजेंद्र बैंगानी, कोषाध्यक्ष पराग जैन एवं पश्चिम विहार सभा अध्यक्ष सुशील जैन, पीतमपुरा के अध्यक्ष प्रवीण बैंगानी, दिल्ली सभा के मंत्री संजीव जैन, तेयुप के निवर्तमान अध्यक्ष संजय खटेड आदि गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण बैद ने किया तथा आभार ज्ञापन तेयुप दिल्ली के उपाध्यक्ष मुकेश जैन ने किया।