किशोर युवा उत्कर्ष कार्यशाला का आयोजन
पूर्वांचल-कोलकाता।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में तेयुप के तत्त्वावधान में रोहित अपार्टमेंट में किशोर युवा उत्कर्ष कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें लगभग 115 किशोर युवा की उपस्थिति रही। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति उन्नति, विकास, उत्कर्ष चाहता है। उत्कर्ष भौतिक व आध्यात्मिक दोनों होते हैं। संसारी जीवों के दोनों प्रकार के उत्कर्ष की आवश्यकता होती है। भौतिक उत्कर्ष से आध्यात्मिक उत्कर्ष का महत्त्व ज्यादा है।
मुनिश्री ने कहा कि प्रत्येक किशोर व युवा को मांस, मदिरा, परस्त्री गमन से दूर रहना चाहिए। नशा एक सामाजिक बुराई है। व्यक्ति को हमेशा नशे से मुक्त होकर अच्छा जीवन जीना चाहिए। मुनि परमानंद जी ने कहा कि जिस समाज का युवा जागृत होता है वह समाज शक्तिशाली होता है। कार्यक्रम का शुभारंभ युवाओं के विजय गीत से हुआ। स्वागत भाषण तेयुप के अध्यक्ष राजीव खटेड़ ने किया। मुनि कुणाल कुमार जी ने तेरापंथ प्रबोध का संगान किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी ने किया।