द पावर ऑफ डिसिप्लीन कार्यशाला का आयोजन
जसोल।
अभातेममं के तत्त्वावधान में तेममं, जसोल द्वारा सोहनी देवी सालेचा की अध्यक्षता में एवं साध्वी गुप्तिप्रभा जी के सान्निध्य में ‘द पावर ऑफ डिसिप्लीन’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ साध्वीश्री के नमस्कार महामंत्र से की गई। संकल्प गीत से मंगलाचरण किया गया। अध्यक्ष सोहनी देवी सालेचा ने सभी बहनों का स्वागत किया। उपासिका मोहनी देवी संकलेचा ने अपने विचार व्यक्त किए। महिला मंडल संरक्षिका पुष्पा देवी बुरड़ ने कहा कि आचार्यश्री तुलसी अनुशासन में नहीं चलने वालों को, साधु को ही नहीं, श्रावकों को भी संघ से अलग कर देते। जयश्री सालेचा ने कहा कि हर कार्य को करने में पुरुषार्थ, श्रम, करेंगे तो ही मंजिल को पा सकेंगे। संतोष डोसी ने कहा कि मर्यादाओं को दिल से अपनाने से जीवन संवर जाता है।
ज्ञानशाला की मुख्य प्रशिक्षिका चंदा चोपड़ा ने महासती गुलाबाजी की अनुशासन पर जीवन की घटना के बारे में बताया। मंडल मंत्री ममता मेहता ने गीत और लीला देवी छाजेड़ ने मुक्तक के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त की। साध्वी गुप्तिप्रभा जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ एक प्राणवान धर्मसंघ है। इसकी नींव अनुशसन है। श्रावक आदि अपनी इच्छाओं पर अनुशासन कर ले तो जीवन में सबसे सुखी व्यक्ति बन सकता है। आभार ज्ञापन फेनादेवी भंसाली ने किया और कार्यशाला का संचालन उपाध्यक्ष अरुणादेवी डोसी ने किया।