
वर्षीतप करने वाले भाई-बहनों का सम्मान
वाशी।
तेममं द्वारा दो चरणों में कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रथम चरण में वर्षीतप करने वाले भाई-बहनों का सम्मान किया गया और द्वितीय चरण में अभातेममं के निर्देशानुसार मुंबई महिला मंडल के तत्त्वावधन में वाशी महिला मंडल द्वारा आयोजित की गई। ‘उत्सव रिश्तों का, प्रेम ननद-भाभी का’ एवं ‘पॉवर ऑफ द डिसिप्लीन’ कार्यशाला का आयोजन प्रथम चरण में हुआ। सामूहिक वर्षीतप अनुमोदना समारोह की शुरुआत नमस्कार महामंत्र प्रेरणा गीत और चौबीसी के संगान से हुई। स्वागत वक्तव्य और तपस्या की अनुमोदना इंदु बड़ाला ने की। सभी वर्षीतप के तपस्वियों का सम्मान किया गया। संचालन सिटी खाटेड़ ने किया।
द्वितीय चरण में निर्मला चंडालिया ने कार्यशाला की कमान संभाली। ननद-भाभी ने एक-दूसरे का परिचय दिया और सुंदर ढंग से अपनी-अपनी बात रखी। उन्होंने गेम के द्वारा एक-दूसरे के रिश्तों को समझाया। सभी को रिश्तों के खट्टे-मीठे अनुभव साझा किए। 10 जोड़ों ने भाग लिया। जिसमें प्रथम सेजल सिंयाल, प्रतिभा मेड़तवाल, द्वितीय ललिता चंडालिया, निर्मला सिंघवी एवं तृतीय पूनम दुगड़, संगीता बाफना रहे। ननद-भाभी और परिवार में रिश्तों में डिसिप्लीन जरूरी होता है कैसे आपस में सामंजस्य बिठा सकते हैं, उसके बारे में निर्मला चंडालिया ने सुंदर तरीके से महिला मंडल को समझाया। मुंबई कार्यसमिति सदस्य अनीता सियाल, कलपना कोठारी एवं बहनों की उपस्थिति रही। विशेष सहयोग सह-संयोजिका अनिता चपलोत का रहा। बबीता बाफना, शिल्पा सोनी, ममता ढालावत, प्रीति धोखा, आशा बाफना, रंजन हिरण सभी बहनों का सहयोग रहा। महाराष्ट्र प्रभारी निर्मला चंडालिया ने दोनों कार्यशाला को नए रूप में करवाया।