मन को सुमन और अमन बनाएँ

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मन को सुमन और अमन बनाएँ

शाहीबाग, अहमदाबाद।
प्रेक्षा फाउंडेशन के निर्देशन में प्रेक्षावाहिनी शाहीबाग, अहमदाबाद व तेरापंथ सेवा समाज द्वारा आयोजित प्रेक्षा प्रणेता आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी के 14वें महाप्रयाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ0 मुनि मदन कुमार जी ने कहा कि मन को सुन और अमन बनाने का सशक्त माध्यम हैµप्रेक्षाध्यान। प्रेक्षाध्यान निर्विचार के प्रयोग करवाए। मुनिश्री ने आगे कहा कि दीर्घ श्वास प्रेक्षाध्यान एक ऐसा माध्यम है जिससे श्वास हमारे बाहर और भीतर दोनों जगह यात्रा करता है। आवश्यकता इस बात की है कि दीर्घ श्वास को प्रेक्षा जीवन की प्रयोगशाला बनाएँ तो मन को सुन बनाकर अमन की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है।
मुनि सिद्धार्थ कुमार जी ने कायोत्सर्ग का महत्त्व बताते हुए प्रयोग करवाए। प्रेक्षा प्रशिक्षक धर्मेन्द्र कोठारी व विमल बाफना ने प्रेक्षा गीत से मंगलाचरण व त्रिपदी वंदना करवाई। तेरापंथ सेवा समाज के प्रधान ट्रस्टी सज्जनराज सिंघवी ने आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी। धनराज छाजेड़ ने श्वास को दीर्घ बनाने के प्रयोग कराए। प्रेक्षा प्रशिक्षक जवेरीलाल संकलेचा ने प्रेक्षाध्यान के प्रयोग कराते हुए संयोजन किया। तेरापंथ सेवा समाज अध्यक्ष नानालाल कोठारी ने आभार ज्ञापन किया। लगभग 25 साधक-साधिका ने उत्साह के साथ भाग लिया।