शिल्पशाला का आयोजन
भीलवाड़ा।
अभातेममं के निर्देशन में तेममं, भीलवाड़ा द्वारा अणुव्रत साधना सदन स्कूल में शासनश्री मुनि हर्षलाल जी के सान्निध्य में अनुशासन की शक्ति विषय पर कार्यशाला का आगाज नवकार महामंत्र उच्चारण के साथ हुआ। शासनश्री मुनि हर्षलाल जी ने अनुशासन पर राष्ट्रसंत आचार्य तुलसी का उदाहरण दिया और बताया कि अनुशासन जीवन विकास की आधारशिला है। व्यक्ति आत्म अनुशासन द्वारा स्वयं को संयमित करने का प्रयास करे। मुनि यशवंत कुमार जी ने प्रकृति के नियम के साथ ही समाज या संस्था को सुव्यवस्थित चलने के लिए मानवीय नियम जरूरी बताए। मुनि मोक्ष कुमार जी ने कहा कि अनुशासन का अर्थ होता है स्व पर नियंत्रण। अनुशासन में रहते हुए अपने संस्कारों को सींचना है और अपने जीवन को महकाना है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विट्टी इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल आभा मित्तल ने बताया कि हम स्कूल में बच्चों को संस्कारित करने के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं। पावर ऑफ डिसिप्लीन अर्थात् अच्छे नियमों का अनुसरण करना। अभातेममं सहमंत्री नीतू ओस्तवाल ने बताया कि वर्ल्ड के जितने सफल व्यक्ति हैं, सबकी सफलता का आधार अनुशासन की शक्ति ही है। इसलिए उन्नत जीवन जीने के लिए अनुशासन जरूरी है। तेममं अध्यक्षा मीना बाबेल ने समागत अतिथि एवं धर्मसभा का स्वागत, अभिनंदन करते हुए बताया कि अनुशासन की शक्ति जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी है। महिला मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत द्वारा मंगलाचरण किया।
मीडिया प्रभारी नीलम लोढ़ा ने बताया कि हिंसा मुक्त जीवन पर कन्या मंडल ने बहुत सुंदर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में सभा मंत्री योगेश चंडालिया, तेयुप अध्यक्ष कमलेश सिरोहिया, मंत्री राजू कर्णावट, टीपीएफ अध्यक्ष करणसिंह सिंघवी, अणुव्रत समिति अध्यक्षा आनंदबाला टोडरवाल, महाप्रज्ञ स्कूल के डायरेक्टर मदनलाल टोडरवाल, प्रिंसिपल दीपा पेशवानी सभी की उपस्थिति रही। महिला मंडल कार्यकारिणी टीम, संरक्षक, परामर्शक, वरिष्ठ एवं मंडल की सक्रिय जागरूक बहनों की उपस्थिति से आज की शिल्पशाला सफल हुई। मुख्य अतिथि एवं महाप्रज्ञ स्कूल की प्रिंसिपल का संस्था पदाधिकारीगण एवं संस्कार निर्माण प्रोजेक्ट की संयोजिका एवं सहयोगी टीम का मंचासीन अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया। कार्यशाला का संचालन विनीता सुतरिया ने किया। आभार मंत्री रेणु चोरड़िया ने किया।