अक्षय तृतीया महोत्सव एवं तप अभिनंदन समारोह का आयोजन
मंडिया।
अक्षय तृतीया महोत्सव एवं तप अभिनंदन समारोह का आयोजन तेरापंथी सभा मंडिया के बैनर तले सभा भवन में मनाया गया। कार्यक्रम नमस्कार महामंत्रोच्चारण व ओम ऋषभाय नमः अनुष्ठान से शुरू हुआ। मुनि रश्मि कुमार जी ने कहा कि अक्षय तृतीया का महान पर्व सर्वमान्य महापर्व है। इस दिन को भारतीय जनता ने बहुत शुभ एवं मुहूर्तराज माना है। इसका इतिहास उतना ही प्राचीन है, जितना कि मानवीय सभ्यता का जैन धर्म के आदि तीर्थंकर भगवान ऋषभ से इसका प्रमुख संबंध है। मुनि प्रियांशु कुमार जी ने कहा कि भगवान ऋषभ इतिहास पुरुष हैं, इस दौर में भगवान ऋषभ की तपस्या का संहनन नहीं है, फिर भी उस तपस्या को वर्षीतप एकांतर तप एक महान समर्पण है।
सभा अध्यक्ष नरेंद्र दक ने मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की और नन्जनगुड श्रीरंगपटनम, मैसूर हेच0डी0 कोटे, बैंगलोर, हुणसुर से पधारे मेहमानों का स्वागत अभिनंदन करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। नन्जनगुड से पधारी बहनों ने गीतिका प्रस्तुत की। तेयुप अध्यक्ष प्रवीण दक ने भी मुनिवृंद के प्रति कृतज्ञता अर्पित करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में वर्षीतप तपस्वी हेमा सेठिया, नन्जनगुड से पधारे तपस्वी मीना बाई सुखलेचा ने मुनिवृंद को इक्षुरस बहराकर वर्षीतप का समापन किया। तेरापंथ सभा में दोनों तपस्वियों का अभिनंदन पत्र भेंट कर वर्धापन किया।
समारोह में मैसूर, बैंगलुरु, नन्जनगुड, श्रीरंगपटनम्, एचडी कोटे, मंडिया सभा अध्यक्ष नरेंद्र दक, मंत्री महवीर भंसाली, तेयुप अध्यक्ष प्रवीण दक, मंत्री कमलेश गोखरू, महिला मंडल अध्यक्षा पुष्पा बाफना, पूनम बोहरा आदि श्रावक-श्राविकाएँ उपस्थित थे। आभार ज्ञापन सभा के मंत्री महावीर भंसाली ने किया।