आचार्यश्री महाश्रमण जी का जन्मोत्सव, पदाभिषेक एवं दीक्षा दिवस के आयोजन
भीलवाड़ा
अणुव्रत साधना सदन स्कूल शास्त्रीनगर में आचार्यश्री महाश्रमण जी का जन्मोत्सव, पट्टोत्सव एवं दीक्षा दिवस के उपलक्ष्य में महाश्रमणोत्सु मंगलम् अभ्यर्थना कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शासनश्री सुनी हर्षलाल ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण जी तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिशास्ता हैं। निस्पृहता, निर्लिप्तता, निर्विकारता, निरहंकारिता से आपका आंतरिक व्यक्तित्व महात्म्य को प्राप्त हुआ है। अहिंसा और नैतिकता की प्रतिष्ठापना के लिए आप सतत संलग्न हैं। मुनि यशवंत कुमार जी ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण जी का जीवन धैर्य, गंभीरता, विनम्रता, समर्पण का समवाय है। आपने मानव जाति के उद्धार के लिए प्रलंभ अहिंसा यात्रा की। मुनि मोक्ष कुमार जी ने अपने जीवन में आचार्य महाश्रमण जी के प्रसंग के साथ कविता प्रस्तुत की। इसी क्रम में मुख्य वक्ता के रूप में महेंद्र कर्णावट ने और मुख्य अतिथि के रूप में महेंद्र ओस्तवाल ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ जीविका चोरड़िया के मंगलाचरण से हुआ। कार्यक्रम में अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे। तेममं व भिक्षु भजन मंडली ने गीत के द्वारा आराध्य की अभ्यर्थना की। कार्यक्रम का संचालन मुनि प्रतीक कुमार जी ने किया।