अक्षय तृतीया के विविध आयोजन
सिकंदराबाद
तेरापंथ सभा के आयोजकत्व में साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में अक्षय तृतीया पारणा महोत्सव का आयोजन संपन्न हुआ। कवाड़ीगुड़ा के ‘हैबीटेट अलाइट’ के विशाल प्रांगण में साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि अक्षय तृतीया का दिन आनंद, शांति और शक्ति का त्योहार है। आदिनाथ भगवान ने प्रथम बार जनता को वीतराग दर्शन का उपदेश दिया। यह ऐतिहासिक त्योहार संपूर्ण जैन समाज को वरदान रूप में प्राप्त हुआ। साध्वीश्री जी ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं जिन्हें भिक्षुशासन, तेरापंथ मिला है। महातपस्वी, जीवन के आधार आचार्य महाश्रमण जी का सान्निध्य मिला। साध्वी ने कहा कि साध्वी सुदर्शनप्रभा जी एवं साध्वी चैतन्यप्रभा जी ने वर्षीतप सानंद संपन्न किया। वे साधना पथ पर निरंतर बढ़ती रहें। सभी तपस्वियों ने साहस के साथ वर्षीतप की साधना की है।
साध्वी सुदर्शनप्रभा जी एवं साध्वी चैतन्यप्रभा जी ने कहा कि गुरुशक्ति व्यक्ति को परम तक पहुँचाने वाली होती है। हमारी तपस्या में साध्वी मंगलप्रज्ञा जी की प्रेरणा विशेष सहयोगी बनी है। दोनों साध्वियों ने साध्वीश्री जी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। साध्वी सिद्धियशा जी ने वर्षीतप आराधिका साध्वी चैतन्यप्रभा जी एवं साध्वी सुदर्शनप्रभा जी का परिचय प्रस्तुत किया। साध्वी राजुलप्रभा जी ने कहा कि प्रकृति की विषम स्थितियों में भी साध्वीद्वय की तपः साधना सानंद चली, इन्होंने चढ़ते भावों के साथ लक्षित मंजिल को पा लिया। साध्वीवृंद ने गीत का सामूहिक संगान किया। तेरापंथ सभा, सिकंदराबाद के अध्यक्ष बाबूलाल बैद, तेयुप के अध्यक्ष वीरेंद्र घोषल, टीपीएफ के अध्यक्ष पंकज संचेती व महिला मंडल की अध्यक्षा अनिता गिड़िया ने सभी तपस्वियों का अभिवादन एवं अनुमोदना की। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा झाँकी प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। साध्वी सुदर्शनप्रभा जी एवं साध्वी चैतन्यप्रभा जी के ज्ञातिजनों ने तप-अनुमोदना स्वर प्रस्तुत किए। साध्वी डॉ0 शौर्यप्रभा जी ने कार्यक्रम का संचालन किया।