पाँच दिवसीय आवासीय संस्कार निर्माण शिविर
दिल्ली।
संस्था शिरोमणी जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा के तत्त्वावधान एवं जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, दिल्ली के आयोजकीय दायित्व के साथ कन्याओं हेतु पाँच दिवसीय आवासीय ‘संस्कार निर्माण शिविर’ का आयोजन किया गया। समणी मलयप्रज्ञा जी एवं नीतिप्रज्ञा जी का सान्निध्य प्राप्त हुआ। सौभाग्यवश समणी मधुरप्रभा जी व समणी मननप्रज्ञा जी का भी सहज सान्निध्य प्राप्त हुआ। समणी जी के मंगलपाठ एवं उद्बोधन से शिविर का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन सत्र में दिल्ली सभा अध्यक्ष सुखराज सेठिया, महासभा से मनोनीत शिविर केंद्रीय संयोजक कैलाश डूंगरवाल, दिल्ली सभा द्वारा मनोनीत शिविर संयोजक अशोक बैद एवं गणमान्य सदस्य महासभा उपाध्यक्ष संजय खटेड़, महासभा आंचलिक संयोजक के0के0 जैन, महासभा कार्यकारिणी सदस्य मन्नालाल बैद, रतन लाल जैन, मनफूल बोथरा, सज्जन गिड़िया, प्रवीण बैंगवानी, तेयुप अध्यक्ष विकास सुराणा सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्य उपस्थित थे।
लुधियाना, पंजाब से समागत 8 कन्याओं के साथ 42 शिविरार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। सभी सत्रों में कन्याओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। समणी मलयप्रज्ञा जी ने अच्छा जीवन जीने की कला हेतु टिप्स बताए। साध्वी नीतिप्रज्ञा जी ने Digital Presentation द्वारा तनाव, क्रोध, विचार आदि पर कंटोल करने का परीक्षण दिया। समणी मधुरप्रज्ञा जी अपने विचार व्यक्त किए। के0सी0 जैन, राजुल मणोत, सुनीता जैन व संस्कृति भंडारी ने वक्तव्य दिया। विमल गुणेचा ने योग सत्र व आओ खेलें खेल बच्चों को पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखा। स्वस्थ जीवन जीने हेतु राज गुणेचा ने बच्चों को हस्त मुद्रा का ज्ञान कराया। इंदु जैन द्वारा लिए गए योग सत्र ने बच्चों का मन मोह लिया। पारस तातेड़, विजय सिंह बैद, बजरंग कुंडलिया, नवीन जैन, दीपिका नाहटा। ज्योति पगारिया, सुनीता तातेड़, प्रतिभा चोरड़िया सभी का श्रम रहा। समापन सत्र में सभी कन्याओं ने अपने विचार अनुभव को वक्तव्य, कविता आदि विधाओं से अभिव्यक्त किया। शिविर के सार के संदर्भ में समणी मलयप्रज्ञा जी ने भाव व्यक्त किए।