आचार्यश्री का 62वाँ जन्मोत्सव
होसकोटे।
आचार्यश्री महाश्रमण जी के 62वें जन्म दिवस का आयोजन मुनि दीप कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथी सभा होसकोटे के द्वारा किया गया। जिसमें अच्छी संख्या में होसकोटे, विजयनगर-बैंगलोर, हंुसूर तमिलनाडु के श्रावक-श्राविका उपस्थित थे। मुनि दीप कुमार जी ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण जी साम्ययोगी हैं। उनकी साम्यता ने मुझे सबसे अधिक प्रभावित किया है। चाहे अनुकूल स्थिति हो चाहे प्रतिकूल स्थिति हो। हर स्थिति में आचार्यप्रवर सम रहते हैं। मुनिश्री ने आगे कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि ऐसे गुरु हमें प्राप्त हुए जिनकी अनुशासना में हम साधना कर रहे हैं। आप चिरायुस्ता को प्राप्त हों। मुनि काव्य कुमार जी ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण जी में ऋजुता, मृदुता, निष्प्रदता है। आचार्यश्री को प्रारंभ से ही अनुशासन प्रिय रहा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ होसकोटे महिलाओं के मंगलाचरण के द्वारा किया गया। तेरापंथ सभा होसकोटे अध्यक्ष इंदरचंद धोका ने पधारे हुए सभी का स्वागत किया। तेरापंथ सभा विजयनगर-बैंगलोर के अध्यक्ष प्रकाश गांधी, महिला मंडल अध्यक्षा प्रेम भंसाली, मंत्री सुमित्रा बरड़िया, तेयुप मंत्री राकेश पोकरणा, अणुविभा के संगठन मंत्री राजेश चावत आदि अनेक पदाधिकारीगण एवं गणमान्यजन उपस्थित थे। आभार ज्ञापन ललित चोरड़िया ने किया। कार्यक्रम का संचालन महासभा के क्षेत्रीय प्रभारी धर्मीचंद धोका ने किया।