पैंसठिया का देखिए चमत्कार कीजिए तीर्थंकर प्रभुवर की जय-जयकार
नाथद्वारा।
गणपत मेहता के प्रवास में साध्वी डॉ0 परमयशा जी के सान्निध्य में पैंसठिया अनुष्ठान के कार्यक्रम का समायोजन हुआ। डॉ0 साध्वी परमयशा जी ने कहा कि क्या आप उच्च ग्रहों का योग चाहते हैं, क्या आप तनावमुक्त जीवन जीना चाहते हैं, क्या आप सफलता की उड़ान चाहते हैं, क्या आप समग्र अनुकूलता चाहते हैं तो ‘पैंसठिया यंत्र का करें संगान, जिसमें है तीर्थंकर प्रभु का गुणगान, स्तुति स्मृति से जीवन बनता है महान, एक दिन बन जाए भक्त से भगवान। 65 की संख्या से पैंसठिया यंत्र प्रख्यात है। इससे शासन सेवी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। कोई भी जाप कम से कम 43 दिन तक करना चाहिए। दुनिया कहती है पास में पैसा रखो बुरे वक्त में काम आता है। हम अपने भगवान पर भरोसा करें तो बुरा वक्त ही नहीं आएगा। पैंसठिया एक ऐसा यंत्र है, छंद है, जो शांति समाधि, सुयश की दौलत देता है। यह स्तोत्र पारसमणि की तरह है जो हर प्राणी को पारस ज्यों पवित्र बनाता है। साध्वीवृंद द्वारा गीत का संगान किया गया। अनुष्ठान में श्रावक-श्राविकाओं ने उल्लास और उमंग से भाग लिया।