जैन विद्या पाठ्यक्रम प्रेरणा संगोष्ठी का आयोजन

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जैन विद्या पाठ्यक्रम प्रेरणा संगोष्ठी का आयोजन

सिकंदराबाद।
तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में जैन विश्व भारती लाडनूं द्वारा आयोजित जैन विद्या पाठ्यक्रम में जुड़ने हेतु विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साध्वीश्री जी ने कहा कि जैन विद्या जिंदगी का दर्शन है। हम इस शाश्वत सत्य को जानें, भगवान महावीर का दर्शन उपासना नहीं आचरण प्रधान है। इस जीवन-दर्शन को जीवन का अंग बनाएँ। साध्वीश्री जी ने उपस्थित श्रावक-श्राविका समाज एवं जैन विद्या पाठ्यक्रम से जुड़े पदाधिकारियों को प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि हर व्यक्ति सर्वे करे कि ज्ञान-चेतना का स्तर क्या है। मात्र संख्या बढ़ाना हमारा ध्येय नहीं है। जैन विद्या की गहन साधना नहीं होनी चाहिए, हर व्यक्ति जैन विद्या अध्ययन के प्रति जागरूक बने, ठोस अध्ययन करे।
हैदराबाद केंद्रीय व्यवस्थापिका सीमा नाहर ने स्वागत संभाषण प्रस्तुत किया। पदाधिकारी बहनों ने संगान किया। तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष लक्ष्मीपति बैद ने कहा कि इस महत्त्वपूर्ण कार्य हेतु जागरूकता अपेक्षित है। कार्यक्रम में पदाधिकारीगण, सदस्य एवं गणमान्यजनों की उपस्थिति रही। राजेंद्र बोथरा ने साध्वीश्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सुमन सेठिया ने किया। यशोदा कोठारी ने आभार व्यक्त किया।