अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

कर्म बोध
प्रकृति व करण
 
प्रश्न 11 : कर्म के आठ प्रकारों में शुभ-अशुभ, पुण्य-पाप, घाति-अघाति कर्म कितने हैं?
उत्तर : ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, मोहनीय व अंतराय-ये एकांत अशुभ व पाप हैं। ये घाति कर्म हैं।
 
प्रश्न 12 : घाती कर्मों में देशघाती कितने हैं और सर्वघाती कितने?
उत्तर : वैसे चारों घाती कर्म देशघाती हैं। सर्वघाती कोई कर्म नहीं हैं। आत्म गुणों की सर्वथा घात कभी नहीं होती। आंशिक उज्ज्वलता अभवी जीवों के भी होती है। चारों घाती कर्मों का क्षयोपशम न्यूनाधिक रूप में सभी छद्मस्थ जीवों में रहता ही है, अतः कर्म देशघाती ही होते हैं।
(क्रमशः)