पैंसठिया छंद-यंत्र अनुष्ठान का आयोजन

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पैंसठिया छंद-यंत्र अनुष्ठान का आयोजन

किशनगंज।
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य में पैंसठिया छंद-यंत्र अनुष्ठान का तेरापंथ सभा, किशनगंज द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि हम बहुत ही सौभाग्यशाली हैं कि हमें जैन धर्म मिला। तीर्थंकर प्रभु की वाणी सुनने का अवसर मिला। दुनिया में सबसे बड़े ज्ञानी और शक्तिशाली तीर्थंकर होते हैं। दुनिया में उनसे बड़ा ज्ञानी और शक्तिशाली कोई नहीं है। विघ्न, बाधा का निवारण करने के लिए पैंसठिया छंद बहुत उपयोगी है। यंत्र को सिद्ध करने के बाद प्रतिदिन इसका पाठ करना चाहिए।
पैंसठिया छंद यंत्र अनुष्ठान हम सबके जीवन को सार्थक बनाए। सबका जीवन मंगलकारी, कल्याणकारी बने, यही मंगलकामना।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि साधना के अनेक प्रकार हैंµजप-तप, ध्यान से साधना-आराधना की जाती है। जप, तप ध्यान हमारी विचारधारा को निर्मल बनाने, भाव की शुद्धि का सबसे बड़ा माध्यम है। तीर्थंकर की जपाराधना हमारे भीतर वीतरागता को बढ़ाए, ऐसा प्रयास एवं भाव रहना चाहिए। मन की शुद्धि भावों की विशुद्धि के लिए मंत्र की साधना करनी चाहिए। सभा अध्यक्ष विमल दफ्तरी ने आभार व्यक्त किया। मनीष दफ्तरी ने आगामी कार्यक्रम की जानकारी दी।