मंगलभावना समारोह का आयोजन
वृहद कोलकाता।
गुरुदेव की असीम कृपा से महासभा भवन में वृहद कोलकाता एवं दक्षिण बंगाल ज्ञानशाला आंचलिक समिति द्वारा कोलकाता सभा के तत्त्वावधान में ज्ञानशाला की पूर्व ज्ञानार्थी वर्तमान मुमुक्षु अंकिता बाई एवं संजना बाई की मंगलभावना का कार्यक्रम रखा गया। महासभा के अध्यक्ष मनसुख सेठिया, महासभा के मंत्री विनोद बैद, कोलकाता सभा के अध्यक्ष अजय भंसाली एवं सभी सभा के अध्यक्ष-मंत्री, स्थानीय संयोजक में से कोई ना कोई हर क्षेत्र से अवश्य उपस्थित थे। साथ ही सभी क्षेत्रों से अधिक से अधिक प्रशिक्षिकाएँ और हमारी लगभग पूरी टीम उपस्थित थी। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मालचंद भाई ने नमस्कार महामंत्र के साथ किया। सभी क्षेत्र की बहनों ने मिलकर मंगलाचरण किया।
मनसुख भाई ने अपना वक्तव्य रखा और कहा कि गुरुदेव के अनेकों अवदानों में ज्ञानशाला मुख्य है। महासभा का यह कर्तव्य है कि इस कार्य के प्रति सदैव सजग रहे और पूरी निष्ठा से अपना यह दायित्व निभाए और वह निभाती भी है। सभी सभा का भी यह कर्तव्य है ज्ञानशाला के प्रति पूर्ण रूप से जागरूक रहे। मंत्री ने अपना वक्तव्य रखा।
कोलकाता सभा के अध्यक्ष ने अपने भाव रखे। आंचलिक संयोजिका प्रेमलता चोरड़िया ने कोलकाता ज्ञानशाला की विस्तृत जानकारी दी। आंचलिक समिति के सदस्य मालचंद भंसाली एवं अंजू ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। मुमुक्षु अंकिता बाई, संजना बाई ने अपने भाव रखते हुए कहा कि हम दोनों ज्ञानशाला की ज्ञानार्थी रही हुई हैं। इस ज्ञानशाला से ज्ञान अर्जन करके मुमुक्षु बनकर गुरु चरणों में संघ की सेवा हेतु अपने आपको समर्पित करने जा रही हूँ। कार्यक्रम का संयोजन बेलडांगा की मुख्य प्रशिक्षिका स्नेहा बाई ने किया। उनके प्रति भी बहुत-बहुत साधुवाद।