
महाश्रमणोस्तु मंगलम के आयोजन
जयपुर
आचार्यश्री महाश्रमण दीक्षा कल्याण महोत्सव के उपलक्ष्य में महाश्रमणोस्तु मंगलम भव्य भक्ति संध्या का आयोजन मुनि तत्त्वरुचि जी के सान्निध्य में तेयुप, जयपुर द्वारा भिक्षु साधना केंद्र में किया गया। मुनिश्री ने कहा कि युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी ने मात्र 12 वर्ष की अल्पायु में सम्यक्त्व दीक्षा ग्रहण कर अपना जीवन अध्यात्म को समर्पित कर दिया। ओजस्वी वाणी, कुशाग्र बुद्धि एवं शांत आभामंडल के धनी आप तेरापंथ धर्मसंघ की महान आचार्य परंपरा में अपना नेतृत्व प्रदान कर अभिनव धर्मसंघ का मार्ग आलोकित कर रहे हैं। इसी तरह हम एक-दूसरे के पूरक के रूप में परस्पर सहयोग की भावना रखकर अपना आध्यात्मिक विकास कर सकते हैं।
परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र नाहटा ने स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि धर्मसंघ के हजारों युवा तन, मन, कर्म शक्ति के साथ आचार्यश्री महाश्रमण जी के इंगित की आराधना कर रहे हैं। महाश्रमणोस्तु मंगलम भव्य भक्ति संध्या के क्रम में संगायक राजेश धाड़ेवा, प्रदीप बाफना, सुनील लुनिया, मनीष चोरड़िया, संगायिका निकिता दुगड़, पूर्वा व साक्षी बांठिया, तनिषा लुनिया ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन संयोजक सौरभ जैन ने किया। कार्यक्रम में भिक्षु साधना केंद्र के अध्यक्ष नौरतन नखत की उपस्थिति रही।