केवल बाहरी दुश्मन ही नहीं भीतरी दुश्मन को भी बाहर निकालें
किशनगंज।
मुनि प्रशांत कुमार जी, मुनि कुमुद कुमार जी ने सशस्त्र सीमा बल किशनगंज में ‘जीवन जीने की कला’ पर कहा कि हम लोग आपके संस्थान में आए। हमारा उद्देश्य आत्म साधना करना, दूसरा कार्य जन-कल्याण। जनता को सही मार्गदर्शन देना। आपमें और हमारे में काफी समानताएँ भी हैं। हम आत्मा की सुरक्षा करते आप देश की सुरक्षा करते। हम पूर्ण अहिंसा का पालन करते हैं, आप सशस्त्र देश की सुरक्षा का दायित्व निभाते हैं। व्यक्ति अपने मन से, विचार से हिंसात्मक कार्य कर लेता है। भाव को शुद्ध बनाएँ।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि हमारा उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए कि मुझे कैसा जीवन जीना है। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। हिंसा से किसी को भी नहीं जीता जा सकता। हम अपने जीवन को शांति से जीने के साथ-साथ दूसरों के जीवन में भी शांति देने का प्रयास करें। अभातेयुप पूर्व महामंत्री मनीष दफ्तरी ने कहा कि आपका जीवन आपका उद्देश्य ऊँचा है। इसके साथ सुखी जीवन जीने का तरीका आ जाए तो व्यक्ति का उद्देश्य सार्थक हो जाता है। डिप्टी कमांडर बसंत सिंह ने मुनिद्वय का स्वागत किया। तेयुप के अध्यक्ष अमित दफ्तरी ने आभार व्यक्त किया।