मंगलभावना समारोह का आयोजन

संस्थाएं

मंगलभावना समारोह का आयोजन

हिरियुर, कर्नाटक।
स्थानीय तेरापंथ भवन में समणी डॉ0 ज्योतिप्रज्ञा जी के सान्निध्य में जसोल निवासी बेलगाम प्रवासी महेंद्र चोपड़ा व स्व0 संतोष देवी, उपासिका कविता देवी चोपड़ा की सुपुत्री मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर समणी ज्योतिप्रज्ञा जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ एक प्राणवान धर्मसंघ है। समण श्रेणी का मुख्य उद्देश्य साधना, शिक्षा व विदेशों में जैन धर्म का प्रचार-प्रसार है। अमेरिका में 4 व लंदन में 1 समण श्रेणी के स्थायी केंद्र हैं। पर्युषण के दौरान भी अनेक यात्राएँ होती रहती हैं। तेरापंथ धर्मसंघ की प्रभावना में समण श्रेणी वरदान सिद्ध हुई है। समणीजी ने कहा कि जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने वाला, गति-प्रगति करता हुआ सफलता के शीर्ष तक पहुँच जाता है। इसलिए व्यक्ति को लक्ष्य को छोटा नहीं रखना चाहिए।
मुमुक्षु आयुषी ने संयम मार्ग ग्रहण कर अपने जीवन एवं आत्मा का कल्याण करने का लक्ष्य बनाया है जो कि मानव के लिए श्रेष्ठ कार्य है। पाँच महाव्रतों का पालन करना अति कठिन कार्य है और मुमुक्षु आयुषी ने उसी राह को चुना है जिसके लिए यह साधुवाद की पात्र है। नमस्कार महामंत्रोच्चार से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। सभाध्यक्ष दीपचंद चोपड़ा ने मुमुक्षु अभिनंदन पत्र का वाचन किया व मंगलभावना व्यक्त की। मुमुक्षु आयुषी चोपड़ा ने अपने वक्तव्य में प्रसंग के माध्यम से कैसे वैराग्य की भावना जागृत हुई बताया।
मुमुक्षु आयुषी ने एक सामूहिक भेंट का आह्वान किया। उत्तर कर्नाटक तेरापंथ सेवा समिति के अध्यक्ष जयंतीलाल चोपड़ा, महेंद्र चोपड़ा, महिला मंडल, हिरियुर, चोपड़ा परिवार, देवराज चोपड़ा, लक्ष्मी लुंकड़ आदि ने वक्तव्य, संवाद, गीत आदि के माध्यम से मुमुक्षु के प्रति मंगलभावना व्यक्त की। सभा की ओर से मुमुक्षु बहन का अभिनंदन पत्र के द्वारा अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन समणी डॉ0 मानसप्रज्ञा जी ने किया। कार्यक्रम से पूर्व मुमुक्षु बहन आयुषी की भव्य शोभायात्रा हिरियुर शहर के प्रमुख रास्तों में निकाली गई। स्थानीय श्रावक समाज ने मुमुक्षु के प्रति मंगलभावना व्यक्त की।